नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
देश में क्रिप्टोकरंसी का ट्रेड एक बार फिर से बढ़ रहा है। क्रिप्टो ट्रेडिंग का ग्राफ भारत के छोटे शहरों में तेजी से बढ़ रहा है, अब युवा क्रिप्टो ट्रेडिंग से अपनी आमदनी बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। देश की 1.4 अरब की आबादी में से दो-तिहाई लोग 35 साल से कम उम्र के हैं।
डॉनाल्ड सरकार से बढ़ी उम्मीद
पहले स्टॉक्स और डेरिवेटिव्स में निवेश करने वाले युवा अब क्रिप्टो की ओर बढ़ रहे हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि अमेरिका में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद क्रिप्टो सेक्टर को ज्यादा छूट मिलने की उम्मीद जगी है। अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन भारत के पार्टनर कुश वाधवा के मुताबिक, भारत का क्रिप्टो मार्केट 2035 तक 15 अरब डॉलर से ज्यादा का हो सकता है।
रॉयटर्स से बातचीत में भारत के क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज मुद्रेक्स के सह-संस्थापक एडुल पटेल ने कहा कि "जमीनी स्तर पर क्रिप्टो को लेकर बहुत जिज्ञासा है, खासकर ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद क्रिप्टो का पूरा परिदृश्य बदल रहा है''
बिटकॉइन ऑल टाइम हाई
जनवरी में डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद क्रिप्टोकरंसी की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया। निवेशकों को उम्मीद है कि उनकी सरकार क्रिप्टो सेक्टर पर नरम रुख अपनाएगी। बिटकॉइन, इथीरियम और अन्य डिजिटल मुद्राओं के दाम तेजी से बढ़े। अमेरिकी बाजारों में बड़े संस्थानों ने भी इसमें निवेश बढ़ाया और बिटकॉइन की कीमत लगभग 104,110 पर पहुंच गई। हालांकि उसके बाद जल्दी ही यह गिरकर 90 हजार डॉलर प्रति बिटकॉइन आ गई थी।
इन शहरों के लोग दिखा रहे रुचि
भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए टॉप 10 शहरों में से 7 छोटे शहर थे, जिनमें जयपुर, लखनऊ और पुणे शामिल हैं. यह डेटा कॉइनस्विच का है, जो भारत का एक बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म है। कॉइनस्विच के वाइस प्रेसिडेंट बालाजी श्रीहरि ने कहा, "अब वृद्धि मेट्रो शहरों से नहीं, छोटे शहरों से आ रही है। यह स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो दोनों में दिख रहा है।