Advertisment

Deepseek पर भारी पड़ेगा Alibaba का ये नया AI मॉडल

डीपसीक की बादशाहत अब खतरे में नजर आ रही है। दरसअल चीन की ही टेक कम्‍पनी अलीबाबा ने दावा किया है कि उसका नया एआई मॉडल डीपसीक से बेहतर है। अली बाबा ने हाल ही में अपना एआई मॉडल लॉन्‍च किया है।

author-image
Suraj Kumar
ALIBABA DEEPSEEK

डीपसीक बनाम अलीबाबा

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्‍ली, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

चीन की एआई टेक कम्‍पनी डीपसीक इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इसने आते ही टेक दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसने महज दो हफ्ते के भीतर ही एप्‍पल के एप स्‍टोर पर ओपन एआई के चैटजीपीटी को पीछे छोड दिया। इसने डाउनलोडिंग के मुकाबले में टॉप रैंकिंग हासिल की है। इसके आने से अमेरिका में भूचाल आ गया। चीन की ही एक टेक कम्‍पनी अलीबाबा ने अपने मॉडल को लेकर एक दावा किया है। 

अलीबाबा ने किया बड़ा दावा

डीपसीक की बादशाहत अब खतरे में नजर आ रही है। दरसअल चीन की ही टेक कम्‍पनी अलीबाबा ने दावा किया है कि उसका नया एआई मॉडल डीपसीक से बेहतर है। अलीबाबा ने Qwen 2.5 मॉडल लॉन्‍च किया है। अलीबाबा ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट करते हुए इसकी जानकारी दी। कम्‍पनी ने कहा कि  "क्वेन 2.5-मैक्स लगभग सभी जीपीटी-4ओ, डीपसीक-वी3 और लामा-3.1-405बी से बेहतर प्रदर्शन करता है।" 

Advertisment

वहीं दूसरी ओर टिकटॉक के मालिक ने भी अपने एआई मॉडल को लेकर एक अपडेट जारी किया है। उनका कहना है कि हमारे एआई मॉडल ओ1 ने ओपन एआई से बेहतर काम किया है। हालांकि ये टिकटॉक का ये मॉडल माइक्रोसोफ्ट के सपोर्ट से चलता है। डीपसीक एआई स्‍टार्ट अप कम्‍पनी ने ग्‍लोबल ही नहीं बल्कि घरेलू कम्‍पनियों को भी दबाव में डाल दिया है।

डीपसीक से अमेरिकी शेयर मार्केट ध्‍वस्‍त 

इससे अमेरिका शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। अमेरिकी बाजार में पिछले सत्र के दौरान लगातार बिकवाली होती रही, जिसके कारण वॉल स्ट्रीट के सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,101.77 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नैस्डेक ने में 0.49 प्रतिशत टूट कर 19,956.29 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया। डाउ जॉन्स फ्यूचर्स आज फिलहाल 136.74 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 44,285.52 अंक के स्तर पर कारोबार करता हुआ नजर आ रहा है। बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह चीन के नए एआई 'DeepSeek AI'को बताया जा रहा है।  

Advertisment
Advertisment