नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
पूरी दुनिया इस समय डीपसीक का नाम ले रही है। इसने अमेरिकी बाजार में कोहराम मचा दिया है। डीपसीक के कारण अमेरिका समेत दुनियाभर की शेयर मार्केट में गिरावट आई। सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिकी शेयर मार्केट हुआ। इस गिरावट के कारण दुनिया के टॉप 500 अमीर लोगों की नेटवर्थ संयुक्त रूप से 108 अरब डॉलर (करीब 9.34 लाख करोड़ रुपये) कम हो गई। चीनी एआई डेवलपर डीपसीक (DeepSeek) दुनियाभर में छा गया है। इसने एक नई ताकत के रूप में उभरने के साथ ही सिलिकॉन वैली की नींव हिला दी है। यही नहीं, डीपसीक ने अमेरिका समेत दुनियाभर के कई बाजारों में कोहराम मचा दिया है। दुनिया के कई अमीरों की संपत्ति में बड़ी गिरावट आई है।
डीपसीक चीन के हांग्जो शहर में स्थित एक स्टार्ट अप कंपनी है , जो हाई डेंनसिटी टेक्नोलॉजी के लिए जानी जाती है। एक रिपोर्ट के अनुसार डीपसीक ने डीपसीक R-1 को लॉन्च किया है। ये मॉडल आते ही दुनिया में छा गया है। इसने बहुत ही कम समय में लोकप्रियता हासिल कर ली है। डीपसीक ने दावा किया है ये मॉडल कई अन्य मॉडल की तुलना मे बेहतर परफोर्मंस कर सकता है और उनको टक्कर दे सकता है।
बनाने में कितना खर्चा आया
एक खबर के मुताबिक डीपसीक-R1 पावर्ड इस एआई चैटबॉट को Nvidia के H800 चिप्स का उपयोग करके ट्रेन किया गया था। ऐसे में इसकी लागत 60 लाख डॉलर (करीब 52 करोड़ रुपये) से कम थी। वहीं चैटजीपीटी को बनाने में करीब 10 गुना ज्यादा रकम खर्च हुई है। इसके आने से एनवीडिया को लगभग 600 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
कौन हैं डीपसीक के मालिक ?
डीपसीक को बनाने वाले 39 साल के बिजनेसमैन लियांग वेनफेंग (Liang Wenfeng) हैं। इन्होंने डीपसीक को महज 20 महीने पहले ही लॉन्च किया था। इन्होंने कुछ समय पहले ही एक कार्यक्रम के दौरान ओपन एआई को लेकर कहा था कि यह कोई भगवान नहीं है और हमेशा सबसे आगे नहीं रह सकता और आज उन्होंने इसको साबित भी कर दिया। DeepSeek के फाउंडर और सीईओ लियांग वेनफेंग चीन के झानजियांग में एक सिंपल फैमिली में पैदा हुए थे। बचपन से ही पढ़ाई में तेज होने साथ- साथ चुनौतियों का सामना करना इनको अच्छा लगता था। इनकी शुरुआती पढ़ाई साधारण स्कूल में हुई थी, लेकिन बाद में इन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में महारत हासिल की। इन्होंने 2019 में होई-फ्लायर एआई लॉन्च किया था। इसके बाद इन्होंने 2023 में डीपसीक को लॉन्च कर तहलका मचा दिया।