नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कर रहे कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए काम के घंटे निर्धारित करने और उनकी नौकरियों को सुरक्षित बनाने के लिए नई व्यवस्था की है। इसका मकसद उन्हें स्थिरता और बेहतर कार्य स्थितियां प्रदान करना है।
क्या है नई योजना?
योगी सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए काम के समय को निश्चित करने का निर्णय लिया है। अब उन्हें अनिश्चित समय तक काम नहीं करना पड़ेगा, बल्कि निर्धारित घंटों के भीतर ही उनकी ड्यूटी होगी। इसके अलावा, उनकी नौकरियों को सुरक्षित बनाने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे, ताकि उन्हें बिना किसी डर के काम करने का माहौल मिल सके।
आउटसोर्स कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
राज्य सरकार का यह कदम आउटसोर्सिंग सेक्टर में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के लिए राहत भरा होगा। अक्सर इन कर्मचारियों को लंबे समय तक काम करने के बावजूद नौकरी की सुरक्षा और उचित वेतन जैसी सुविधाएं नहीं मिल पाती थीं। लेकिन अब सरकार की इस योजना से उनकी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी।
सरकार की प्रतिबद्धता
योगी आदित्यनाथ सरकार ने पहले भी श्रमिकों के हितों को प्राथमिकता दी है। इस नई योजना के तहत आउटसोर्स कर्मचारियों को न केवल निश्चित कार्य घंटे मिलेंगे, बल्कि उनकी नौकरी की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं दे पाएंगे।
कब तक लागू होगी योजना?
सरकार ने इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने के निर्देश दिए हैं। विभिन्न विभागों को इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि आउटसोर्स कर्मचारियों को तुरंत लाभ मिल सके। इसके साथ ही, निगरानी तंत्र को भी मजबूत किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नियमों का पालन हो रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम आउटसोर्स कर्मचारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। काम के घंटे तय होने और नौकरी की सुरक्षा मिलने से उनका जीवन स्तर सुधरेगा और वे अधिक संतुष्टि के साथ काम कर पाएंगे। यह निर्णय यूपी के श्रमिकों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। CM yogi | CM Yogi Adityanath | jobs |