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डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया आई, बोले, 'आई लव पाकिस्तान, भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर मैंने ही...'

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पाकिस्तान के साथ सीजफायर को लेकर अमेरिका से हुई बातचीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने फिर से खुद को सीजफायर का क्रेडिट दे दिया। 

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Mukesh Pandit
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TRUMP MODI

Photograph: (File)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर का क्रेडिट लेते हुए 24 घंटे के भीतर की दोहरा दिया है और कहा-मैंने ही भारत व पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया। ट्रंप ने कहा, आई लव पाकिस्तान, मैंने एक दिन पहले पीएम मोदी से बातचीत की है। वे एक शानदार व्यक्ति हैं और हम उनके साथ ट्रेड डील कर सकते हैं। इससे पहले सुबह विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बयान दिया था कि प्रधानमंत्री की अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ 35 मिनट बातचीत हुई, जिसमें पीएम ने स्पष्ट रूप से बता दिया कि सीजफायर में किसी तीसरी देश की कोई भूमिका नहीं थी।

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ट्रंप ने कहा, "आई लव पाकिस्तान. मैंने एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. वे एक शानदार व्यक्ति हैं. अब हम उनके साथ ट्रेड डील सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे सच बल रहे हैं, या घेरलू राजनीति के दबाव में उटपटांग बयान दे रहे हैं। 

ट्रंप ने अलापा पुराना राग

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भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 10 मई 2025 को की थी। इसके बाद से ट्रंप दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने जंग रोकने पर सहमत न होने पर दोनों देशों के साथ व्यापार रोकने की धमकी देकर संघर्ष विराम समझौते में मध्यस्थता की।

विदेश सचिव ने कहा, 35 मिनटे हुई दोनों देशों के राष्ट्रध्यक्षों के बीच बातचीत

इससे पहले विदेश सचिव ने मीडिया के सामने आकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत की जानकारी दी। बातचीत में मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम को लेकर ट्रंप को दो टूक कहा कि ना कभी मध्यस्थता स्वीकारी थी और ना स्वीकारेंगे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को क्वाड (QUAD) की अगली बैठक के लिए भारत आने का आमंत्रण दिया है। विदेश सचिव ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और भारत यात्रा को लेकर अपनी उत्सुकता भी जताई है। 

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पाकिस्‍तान के साथ विवाद में तीसरे की मध्यस्थता स्वीकार नहीं

विदेश सचिव के अनुसार इस फोन कॉल में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत ने कभी भी पाकिस्तान के साथ चल रहे विवादों में किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है और भविष्य में भी इस नीति पर कायम रहेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मध्यस्थता का आग्रह करता रहा है, लेकिन भारत ने हमेशा इसे अस्वीकार किया है और द्विपक्षीय वार्ता के जरिए ही समाधान निकालने पर जोर दिया है।

'ऑपरेशन सिंदूर' पर हुई बात

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मोदी-ट्रंप बातचीत में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मुद्दा भी उठा, जो हाल ही में भारत द्वारा सीमा क्षेत्र में चलाया गया सैन्य अभियान था। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह ऑपरेशन पाकिस्तान की अपील और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वॉन्स के कॉल आने के बाद अस्थायी तौर पर रोका गया था। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से स्पष्ट होता है कि भारत न केवल अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को प्राथमिकता देता है, बल्कि मानवीय पहलुओं को भी ध्यान में रखता है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि सीजफायर का अनुरोध पाकिस्तान की ओर से आया था और भारत ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए स्थिति को नियंत्रित किया। यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने और शांति बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।

 

 

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