नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
वेस्ट यूपी के मेरठ जिले में सरुरपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से लापता हुई तीन छात्राओं को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। छात्राओं को सुरक्षित उनके परिजनों को सौंप दिया गया है, लेकिन उनके गायब होने के कारण और पुलिस द्वारा उन्हें कहां से बरामद किया गया, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
Meerut crime case | Meerut crime news : इस घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विद्यालय की वार्डन रीना और शिक्षिका बिंदिया की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। साथ ही, खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अजय कुमार का तबादला कर दिया गया है। विद्यालय की सुरक्षा में तैनात दो महिला होमगार्ड्स को भी हटा दिया गया है और उनकी भूमिका की जांच की जाएगी।
परिजन नाराज, पुलिस से सवाल
छात्राओं के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने बच्चियों को तो सौंप दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि वे कहां गई थीं और किस वजह से विद्यालय छोड़कर चली गईं। एक अभिभावक ने धमकी दी कि यदि पारदर्शिता से कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
प्रशासन और पुलिस की जांच जारी
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) की एक संयुक्त जांच समिति बनाई है। वहीं, पुलिस ने भी पांच अलग-अलग टीमें गठित की हैं ताकि इस घटना की पूरी तरह से जांच की जा सके।
राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. मीनाक्षी भराला ने कहा कि कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सुरक्षा और प्रबंधन संबंधी गंभीर लापरवाहियां हैं और वे इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगी।
क्या है पूरा मामला ?
गुरुवार को दिन के समय तीन छात्राएं विद्यालय से गायब हो गईं, लेकिन बीएसए ने रात 9:40 बजे ही इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। देरी से सूचना मिलने के कारण प्रशासनिक अधिकारियों को आधी रात को मौके पर पहुंचना पड़ा। छात्राओं को शुक्रवार देर रात 11 बजे बरामद किया गया।
जिले में कुल पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय हैं, जिनमें सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। इस घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कदम उठाए हैं।