बालाघाट(मप्र), वाईबीएन डेस्क। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों समेत चार नक्सली ढेर हो गए। पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा यह जंगली इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। सुरक्षाबलों ने न सिर्फ नक्सलियों को मार गिराया, बल्कि उनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए।
कुछ नक्सली मौके से फरार
विशेष पुलिस महानिदेशक (नक्सल) पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई बिथली थाना क्षेत्र के पचामा दादर के पहाड़ी इलाके में हुई। इस मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों समेत चार नक्सली ढेर हुए। कुछ नक्सली मौके से फरार हो गए। इनकी तलाश में ही सुरक्षाबल जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
हथियारों का जखीरा बरामद
मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबल ने मौके से एक हैंड ग्रेनेड, रॉकेट लॉन्चर, एक 315 राइफल और कई कारतूस बरामद किए। सुरक्षाबल की यह कार्रवाई खुफिया जानकारी आधार पर की गई। उन्हें पता चला था कि नक्सली इस इलाके में किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। हॉक फोर्स और अन्य सुरक्षाबलों ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
मुठभेड़ का विवरण
पुलिस को पचामा दादर के पहाड़ी क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद हॉक फोर्स, जिला बल और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 20 से 30 राउंड फायरिंग हुई और चार नक्सली ढेर हो गए। मारे गए नक्सलियों में तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं।
पुलिसकर्मियों को मिलेगा सम्मान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस सफल ऑपरेशन के लिए राज्य पुलिस बल के जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को उनके इस अदम्य साहस और समर्पण के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नक्सल मुक्त भारत के संकल्प में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है और मार्च 2026 तक प्रदेश से नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बालाघाट प्रदेश का एकमात्र नक्सल प्रभावित जिला है।
सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ के बाद भी इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि मारे गए चारों नक्सली जीआरबी (गोंदिया, राजनांदगांव, बालाघाट) डिवीजन के सदस्य थे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कुछ नक्सली मौके से भागने में सफल रहे हो सकते हैं, जिनकी तलाश में 25 से अधिक सर्चिंग पार्टियां लगी हुई हैं और और भी शव मिलने की संभावना है। यह मुठभेड़ मध्य प्रदेश में नक्सल उन्मूलन अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में नक्सलियों के हौसले पस्त होने की उम्मीद है। Jharkhand Naxal | Naxal Encounter | Naxalism in India | Naxal Violence | Sukma Naxal encounter