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निसार उपग्रह की पहली तस्वीरों में दिखा अमेरिका के जंगलों, आर्द्रभूमि और द्वीपों का विस्तृत विवरण

‘मेन’ तट पर स्थित माउंट डेजर्ट द्वीप की 21 अगस्त को ली गई एक तस्वीर में द्वीप के बीचों बीच से गुजरते संकरे जलमार्ग और उसके आसपास पानी में मौजूद छोटे-छोटे द्वीप दिखाई दे रहे हैं।

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। नासा-इसरो के संयुक्त उपग्रह से प्राप्त पहली तस्वीरों में अमेरिका के संकरे जलमार्ग, द्वीप समूह, जंगल व आर्द्रभूमि और बड़े-बड़े खेत दिखाई दिए। नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार (निसार) उपग्रह से प्राप्त पहली तस्वीरें इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने जारी की। ‘निसार’ को अब तक का सबसे महंगा उपग्रह बताया जा रहा है। 

 द्वीप के बीचों बीच से गुजरते संकरे जलमार्ग

‘मेन’ तट पर स्थित माउंट डेजर्ट द्वीप की 21 अगस्त को ली गई एक तस्वीर में द्वीप के बीचों बीच से गुजरते संकरे जलमार्ग और उसके आसपास पानी में मौजूद छोटे-छोटे द्वीप दिखाई दे रहे हैं। ‘एल-बैंड’ एसएआर ने 23 अगस्त को ग्रैंड फोर्क्स और वॉल्श काउंटियों से घिरे उत्तर-पूर्वी नॉर्थ डकोटा के एक हिस्से का डेटा एकत्र किया। तस्वीर में फॉरेस्ट नदी पश्चिम से पूर्व की ओर और उत्तर व दक्षिण की ओर खेतों से होकर गुजरती हुई दिखाई दे रही है।

गहरे हरे रंग के परती कृषि भूमि नजर आती

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, नासा ने जो तस्वीरें जारी ही हैं उनमें गहरे हरे रंग के परती कृषि भूमि को दर्शाते हैं जबकि हल्के रंग चारागाह या सोयाबीन और मक्का जैसी फसलों की उपस्थिति को दर्शाते हैं। वाशिंगटन स्थित नासा मुख्यालय में विज्ञान मिशन निदेशालय की एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर निकी फॉक्स ने बताया, “ये शुरुआती तस्वीरें उस गहन वैज्ञानिक खोज की एक झलक मात्र हैं, जो भविष्य में निसार द्वारा ली जाएंगी। ये आंकड़े और जानकारियां वैज्ञानिकों को पृथ्वी की बदलती जमीन व बर्फ की सतहों का अभूतपूर्व विस्तार से अध्ययन करने में सक्षम बनाएंगी तथा नीति निर्माताओं को प्राकृतिक आपदाओं और अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करेंगी।” ‘निसार’ उपग्रह को 30 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था। 

कितनी अहम है ये तकनीक?

निसार की रडार इमेजिंग तकनीक बाढ़, भूकंप, ज्वालामुखी, जंगलों के विनाश, कृषि और अवसंरचना जैसी चुनौतियों की निगरानी में निर्णायक भूमिका निभाएगी। 21 अगस्त को नासा के जेपीएल द्वारा विकसित L-बैंड रडार ने अमेरिका के मेन राज्य के माउंट डेजर्ट आइलैंड की तस्वीरें लीं। पानी, जंगल और निर्मित संरचनाओं को अलग-अलग रंगों में स्पष्ट दिखाया गया। इसी तरह 23 अगस्त को नॉर्थ डकोटा की तस्वीरों में खेत, फसलें और सिंचाई पैटर्न साफ दिखाई दिए।

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