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Weather updates: दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर भारत में बारिश का दौर जारी, पहाड़ी राज्यों में तूफान की चेतावनी

दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा एवं पंजाब में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। आईएमडी ने पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है।

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Mukesh Pandit
People enjoy the pleasant weather

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों सहित दिल्ली-एनसीआर में अभी मानसून चहल-कदमी कर रहा है। भारतीय मौसम विज्ञानविभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में मौसम की एक्टीविटीज तेज होने का पूर्वानुमान जताया है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड में भारी बारिश और दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा एवं पंजाब में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। आईएमडी (IMD) ने पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई स्थानों में वज्रपात की चेतावनी है।

दिल्ली में मानसून कुछ और दिन का मेहमान 

दिल्ली से मानसून की वापसी की तैयारी है। आईएमडी के अनुसार, पिछले 15 सालों में सबसे जल्दी वापसी की संभावना है। 20 से 21 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर से मौसमी गतिविधियों में कमी आएगी। अगले 4 दिन तक मेघ गर्जन के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान है। हालांकि, भारी बारिश की अलर्ट नहीं है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल, मौसम में उतार चढ़ाव के बीच एक्यूआई काफी नियंत्रित है, जिससे लोग शुद्ध हवा में सांस ले रहे हैं।

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पश्चिम विक्षोभ से बिगड़ी मौसम का मिजाज

अगले 24 घंटे की बात करें तो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में आंधी के साथ झमाझम बारिश का अलर्ट जारी है। 18 सितंबर को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान में बादलों की आवाजाही रहेगी और कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी मौसम का रुख ठंडा कर सकती हैं। इस दौरान कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई भागों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार वर्षा का खतरा बना हुआ है। फिलहाल, पहाड़ी एरिया में मेघ जमकर बरसेंगे, जिससे लैंडस्लाइड और बाढ़ से संकट पैदा हो सकता है। 

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उधर, दक्षिण भारत में गुरुवार को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और लक्ष्यद्वीप में मानसूनी एक्टिविटी जारी रहेंगी। बंगाल की खाड़ी से बन रहे साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) के प्रभाव से पश्चिम बंगाल के साथ सिक्किम, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा के साथ महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बादल बरसते नजर आएंगे।

उत्तर प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम

उत्तर प्रदेश में अगले कई दिनों तक मौसमी गतिविधियां होने का पूर्वानुमान है। हालांकि, मानसून वापसी की कगार पर है फिर भी अभी मौसम सुहावना बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी यूपी से लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश दर्ज की जाएगी। आईएमडी के मुताबिक, 19 सितंबर तक ये गतिविधियां जारी रहेंगी। बृहस्पतिवार को बुंदेलखंड के बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, रायबरेली, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, कन्नौज, अमेठी, सुलतानपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अलीगढ़, हापुड़, सहारनपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, अंबेडकर नगर, सीतापुर, हरदोई, बलरामपुर, श्रावस्ती, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर और बहराइच में आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी है। 

उत्तराखंड का मौसम कैसा रहेगा?

उत्तराखंड में बादलों का कहर जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से पिछले 2 दिन से राजधानी देहरादून और राज्य के कई अन्य हिस्सों में बादल फटने और भारी बारिश के कारण तबाही मची हुई है। एक साथ बादलों के फटने और अचानक ज्यादा पानी धरती पर पहुंचने से उफनती नदियों के कारण इमारतें, सड़कें और पुल बह गए। इस त्रासदी में 15 लोगों की मौत हो गई और 16 लापता हो गए। आईएमडी ने देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़ में मौसम के खतरनाक रूप लेने के संकेत दिए हैं। मौसम विभाग ने 18 सितंबर को पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, चंपावत और नैनीताल में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश का अलर्ट घोषित किया है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने और लैंडस्लाइड का खतरा बना रहेगा। 

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हिमाचल प्रदेश में मौसम का हाल

हिमाचल प्रदेश में मौसम करवट ले चुका है। पिछले कई दिनों से मौसमी गतिविधियां जारी हैं। हालांकि, 18 सितंबर से राहत की खबर है। हिमाचल प्रदेश में इस बार सामान्य से 46 प्रतिशत अधिक वर्षा होने के बावजूद, मंगलवार को भी भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मकानों व इमारतों के ढहने के साथ प्रकृति के प्रकोप का सामना करना पड़ा। आईएमडी के मुताबिक, मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, चंबा और शिमला सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िलों में शामिल हैं। कमोबेश ऐसे ही मौसम के हालात जम्मू-कश्मीर में देखे जाएंगे।  Delhi NCR weather alert | current weather lucknow | Bihar Weather | delhi ncr weather forecast | Himachal Weather Update | IMD Weather Updates 

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