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दुनियाभर में हर वर्ष 7जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाता है। मीठे, स्वादिष्ट और हर उम्र के लोगों की पहली पसंद बन चुकी चॉकलेट के लिए यह एक खास दिन है। इस दिन लोग अलग-अलग तरह के चॉकलेट फ्लेवर को एन्जॉय करते हैं। अपनों को गिफ्ट भी करते हैं। चॉकलेट के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है। यह दिन न केवल चॉकलेट की मिठास का जश्न मनाता है, बल्कि रिश्तों में प्यार, माफी और दोस्ती को मजबूत करने में भी इसकी भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
वर्ल्ड चॉकलेट डे का इतिहास
1550 से पहले चॉकलेट सिर्फ सेंट्रल अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में ही जानी जाती थी। इसका उपयोग ट्रेडिशनल ड्रिंक के रूप में किया जाता था। 7 जुलाई 1550 को पहली बार चॉकलेट अमेरिका से यूरोप पहुंची थी। फ्रांस, स्पेन और ब्रिटेन जैसे देशों में चॉकलेट को बेहद पसंद किया गया और धीरे-धीरे यह दुनियाभर में फैल गई। इसी याद में हर साल 7 जुलाई को चॉकलेट का जश्न मनाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Theobroma Cacao है, जिसका अर्थ है "देवताओं का खाना"।
चॉकलेट खाने के फायदे
डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो दिल के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसके साथ ही चॉकलेट खाने से मूड बेहतर होता है और तनाव दूर करने में मदद करती है। लोग चॉकलेट का इस्तेमाल एनर्जी बूस्टर के तौर पर भी करते हैं।
चॉकलेट डे का महत्व
चॉकलेट के ऐतिहासिक सफर को सम्मान देने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। यह दिन चॉकलेट के वैश्विक सफर और लोकप्रियता का जश्न मनाने का प्रतीक है। चॉकलेट सिर्फ खाने की चीज नहीं हैं, बल्कि यह रिश्तों में भी मिठास लाती है। प्यार का इजहार करना हो, किसी से माफी मांगनी हो या फिर दोस्ती हो तमाम चीजों में चॉकलेट अहम रोल निभाती है।इस दिन पर चॉकलेट उत्पादन से जुड़े किसानों और इंडस्ट्री के काम को भी सराहा जाता है।चॉकलेट के इस लंबे और स्वादिष्ट सफर को सेलिब्रेट करता है, जो प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक लोगों के दिलों को जोड़ता रहा है।
प्राचीन काल (1900 ईसा पूर्व से):
सबसे पहले, मेसो अमेरिकी लोग कोको बीन्स का उपयोग एक कड़वे पेय के रूप में करते थे, जिसे "xocoatl" कहा जाता था। यह पेय मसालों, मिर्च और कभी-कभी शहद के साथ बनाया जाता था और इसे धार्मिक अनुष्ठानों, औषधीय उपयोग और विशेष अवसरों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता था।
कोको बीन्स इतने मूल्यवान थे कि इन्हें मुद्रा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था। चॉकलेट का इतिहास लगभग 4,000 साल पुराना है।
विश्व चॉकलेट दिवस कैसे मनाएं
लोग चॉकलेट बार, डेजर्ट, हॉट चॉकलेट या चॉकलेट-आधारित मिठाइयों का लुत्फ उठाते हैं। इस दिन दोस्तों, परिवार और प्रियजनों को चॉकलेट गिफ्ट करना आम परंपरा है। कई जगहों पर चॉकलेट बनाने की कक्षाएं, टेस्टिंग इवेंट्स और प्रदर्शनियां आयोजित की जाती हैं। यह दिन टिकाऊ कोको खेती और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं के बारे में जागरूकता फैलाने का भी अवसर है।
चॉकलेट के बारे में मजेदार तथ्य
- पहली ठोस चॉकलेट बार 1847 में ब्रिटिश कंपनी J.S.Fry & Sons द्वारा बनाई गई थी।
- डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
- विश्व में हर वर्ष लगभग 7.7 मिलियन टन चॉकलेट का उपभोग होता है।
- इस स्वादिष्ट व्यंजन के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने का तरीका अपनाएं।
- आज एक चॉकलेट खाएं और इस मिठास को अपनों के साथ बांटें।
- 1875 में, स्विस चॉकलेट निर्माता डैनियल पीटर ने दूध मिलाकर मिल्क चॉकलेट का आविष्कार किया।
- आज चॉकलेट विश्व स्तर पर एक विशाल उद्योग है।
- 17वीं और 18वीं शताब्दी में चॉकलेट हाउस यूरोप में सामाजिक मिलन स्थल बन गए।