नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । भारत ने रक्षा क्षेत्र में नया कीर्तिमान रचते हुए दुनिया को चौंका दिया है। मोदी सरकार के तहत अब देश 90 से ज्यादा देशों को अत्याधुनिक हथियार और रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। रक्षा राज्य मंत्री की पुष्टि से यह स्पष्ट हो गया कि आत्मनिर्भर भारत अब सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि वैश्विक निर्यात का भी केंद्र बन चुका है। भारतीय नौसेना की 75% स्वदेशी क्षमता और 6.85 लाख करोड़ के रक्षा बजट ने भारत को चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद की है।
भारत ने रक्षा क्षेत्र में वो कर दिखाया है, जो अब तक सिर्फ विकसित देशों का विशेषाधिकार था। अब भारत 90 देशों को हथियार और रक्षा उपकरण बेच रहा है। यह सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की सफलता का प्रमाण है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने जानकारी दी कि भारतीय नौसेना ने अब तक 75% आत्मनिर्भरता हासिल कर ली है। इसका मतलब है कि भारतीय समुद्री रक्षा प्रणाली अब लगभग पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जो एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
₹6.85 लाख करोड़ का डिफेंस बजट: एक मजबूत संदेश
भारत का रक्षा बजट अब 6.85 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह केवल संख्या नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक स्थिति और सामरिक शक्ति का प्रमाण है। इतने बड़े बजट से रक्षा उत्पादन, अनुसंधान और निर्यात – तीनों क्षेत्रों में उछाल आना तय है।
डिफेंस एक्सपोर्ट में भारत ने अमेरिका को दी टक्कर
कभी केवल आयातक देश माने जाने वाला भारत अब निर्यातक देशों की सूची में तेजी से ऊपर चढ़ रहा है। भारत अब अमेरिका, फ्रांस, इजरायल जैसे देशों को टक्कर दे रहा है। रक्षा मंत्री के मुताबिक, अगले कुछ वर्षों में भारत टॉप-5 डिफेंस एक्सपोर्टर देशों में शामिल हो सकता है।
$4 ट्रिलियन की इकोनॉमी के साथ, भारत बना चौथी सबसे बड़ी ताक़त
भारत अब $4 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बन चुका है, जिससे यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गई है। इसमें रक्षा उद्योग की आत्मनिर्भरता और निर्यात का महत्वपूर्ण योगदान है। Make in India और रक्षा निर्यात के बढ़ते आंकड़े इसे और सशक्त बना रहे हैं।
भारत की यह उपलब्धि क्यों है अहम?
- यह सिर्फ आर्थिक नहीं, कूटनीतिक विजय भी है।
- भारत अब तकनीक और सुरक्षा दोनों में आत्मनिर्भर है।
- नौसेना में 75% स्वदेशीकरण, रणनीतिक रूप से बड़ी जीत।
- रक्षा उद्योग से लाखों रोजगार पैदा हो रहे हैं।
- भारत अब सिर्फ सुरक्षा खरीददार नहीं, सुरक्षा विक्रेता है।
क्या आप इससे सहमत हैं? भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट गर्व की बात है या चिंता की? नीचे कमेंट करें और अपनी राय ज़रूर दें।
Defence news | Defence News India | defence minister | Breaking Defence News |