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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली है। नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर और वाराणसी सहित कई शहरों में तेज हवाओं के साथ बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय चक्रवाती प्रभाव के कारण उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। खासकर, पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल के जिलों में मौसम का मिजाज और बिगड़ सकता है। नोएडा और गाजियाबाद जैसे शहरी क्षेत्रों में जलभराव और यातायात जाम की समस्या देखी गई, जबकि ग्रामीण इलाकों में फसलों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने लिया स्थिति का जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौसम की इस आपदा को गंभीरता से लिया है। उन्होंने सभी जिला प्रशासनों को हाई अलर्ट पर रहने और प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए कहा है। सीएम ने विशेष रूप से बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने पर जोर दिया है। इसके अलावा, उन्होंने किसानों के लिए नुकसान का आकलन करने और उन्हें उचित मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने अपने निर्देश में कहा, "प्राकृतिक आपदा के समय जनता की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है। सभी विभागों को समन्वय के साथ काम करना होगा ताकि किसी भी तरह की जनहानि न हो।" उनके नेतृत्व में, राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं, जो प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित कर रही हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान और सावधानियां
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाएं। वहीं, शहरी क्षेत्रों में जलभराव से बचने के लिए नगर निगम और स्थानीय प्रशासन को नालों की सफाई और पानी निकासी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
जनजीवन पर प्रभाव और राहत के प्रयास
तेज हवाओं और बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। नोएडा और गाजियाबाद में कई कॉलोनियों में घंटों तक बिजली गुल रही, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मेरठ और वाराणसी में सड़कों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिसके कारण यातायात प्रभावित हुआ। गोरखपुर में निचले इलाकों में जलभराव की समस्या ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया।
स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां जरूरतमंद लोगों को भोजन, पानी और अस्थायी आश्रय प्रदान किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिन पर लोग आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं।
भविष्य के लिए तैयारी
इस मौसमी आपदा ने एक बार फिर आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचे की मजबूती पर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी मौसमी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। इसलिए, सरकार और समाज को मिलकर ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं तैयार करने की जरूरत है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मौसम की इस चुनौती का सामना करने के लिए तत्परता दिखाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। लोगों से अपील है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
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