नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
chatgpt prompts : AI टेक्नोलॉजी के नए खतरे ने दस्तक दे दी है। OpenAI के ChatGPT की इमेज जनरेशन तकनीक का गलत इस्तेमाल कर लोग अब नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बना रहे हैं। यह सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
AI जनरेटेड फर्जी दस्तावेजों का खतरा...
विश्वसनीयता संकट: असली और नकली दस्तावेजों में अंतर करना मुश्किल हो रहा है।
सेलिब्रिटी आईडी बनाने का ट्रेंड: एलन मस्क, सैम ऑल्टमैन और यहां तक कि आर्यभट्ट के नाम से भी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं।
सरकारी सिस्टम को चुनौती: पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस की जांच में विशेष कठिनाई।
कैसे काम कर रही है यह तकनीक ?
- ChatGPT के नए GPT-4o मॉडल में इमेज जनरेशन की क्षमता को दुरुपयोग कर रहे लोग।
- यूजर्स किसी भी व्यक्ति की फोटो लेकर उसे आधार कार्ड फॉर्मेट में फिट कर रहे हैं।
- ऐच्छिक आधार नंबर और व्यक्तिगत विवरण जोड़े जा रहे हैं।
- पूरी तरह से फर्जी लेकिन, वास्तविक दिखने वाले दस्तावेज तैयार हो रहे हैं।
सुरक्षा विशेषज्ञों की चेतावनी...
- डिजिटल धोखाधड़ी में वृद्धि का खतरा
- बैंकिंग और वित्तीय धोखेबाजी के नए तरीके
- पहचान की चोरी के मामलों में संभावित उछाल
वायरल हो रहे हैं ये भारतीय आधार कार्ड...
- टेस्ला के CEO एलन मस्क का "भारतीय आधार कार्ड"
- OpenAI के सैम ऑल्टमैन का "भारतीय पहचान पत्र"
- प्राचीन भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट का "आधार कार्ड"
क्या कह रही है OpenAI ?
हालांकि कंपनी ने अभी तक इस विषय पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि OpenAI को इस दुरुपयोग को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे।