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मां की आंखों में खुशी के आंसू तो पिता के चेहरे पर फख्र, मनाया शुभांशु की वापसी का जश्न

मां आशा शुक्ला ने जब पहली बार बेटे को देखा तो उनकी आंखें गंगा जमुना हो गईं। हालांकि ये आंसू खुशी के थे। एक ऐसी खुशी जो केवल एक मां ही महसूस कर सकती है।

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Shailendra Gautam
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः International Space Station से 18 दिनों बाद धरती पर वापस लौटे शुभांशु शुक्ला की वापसी उनके परिवार के लिए भावुकता और खुशी का मिला जुला मिश्रण रही। मां आशा शुक्ला की आंखें नम थीं तो पिता शंभू दयाल शुक्ला के लिए ये एक फख्र का लमहा था। कुल मिलाकर परिवार अपने लाड़ले की वापसी पर खुशी से झूम रहा था। परिवार ने शानदार तरीके से केक काटकर शुभांशु की वापसी का जश्न मनाया। 

मां बोली- बेटा वापस लौट आया, इसके लिए भगवान का शुक्रिया

मां आशा शुक्ला ने जब पहली बार बेटे को देखा तो उनकी आंखें गंगा जमुना हो गईं। हालांकि ये आंसू खुशी के थे। एक ऐसी खुशी जो केवल एक मां ही महसूस कर सकती है। उनका कहना था कि मेरा बेटा वापस लौट आया इसके लिए भगवान का शुक्रिया। उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोगों ने इवेंट को कवर किया इसकी वजह से वो भावुक हो गईं। आखिरकार मेरा बेटा कई दिनों बाद वापस जो आया है। उन्होंने कहा कि वो अपने बेटे पर फख्र महसूस करती हैं। वो चाहती हैं कि युवा पीढ़ी उससे प्रेरणा ले। उन्होंने बताया कि जब वो  International Space Station में रवाना हुआ तो वो डरी हुई थीं पर अब हालात बिलकुल अलग हैं। वो अपने बेटे की उपलब्धि पर गर्व करती हैं। 

पिता ने कहा- बेसब्री से इंतजार था बेटे की वापसी का

पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा कि Axiom-4 crew की धरती पर वापसी उनके लिए खासी खुशी का विषय रही। वो बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रहे थे जब उनका बेटा वापस घर लौटकर आए। वो लम्हा आया तो गर्व से सीना चौड़ा हो गया। आखिरकार बेटे ने जो करके दिखाया वो वाकई अनूठा था। आज सारा देश उस पर गर्व कर रहा है। Axiom-4 crew मिशन के दौरान शुक्ला की यह पहली अंतरिक्ष उड़ान थी। स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान एक कमर्शियल अंतरिक्ष यान है जिसे इसरो और नासा द्वारा समर्थित और एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित किया जाता है। उनके साथ कमांडर पैगी व्हिटसन और मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी थे।

2006 में कमीशंड अफसर बने थे शुभांशु

हालांकि शुभांशु का एविएशन से कोई लंबा चौड़ा नाता नहीं है। वो एक मिडिल क्लास परिवार में पैदा हुए। लखनऊ में उनका बचपन और किशोरावस्था बीती। बचपन में केवल एक बार एयरशो पर गए थे। 2006 में वो वायु सेना में कमीशंड अफसर बने थे। उसके बाद से वो 2000 से ज्यादा घंटे तक फ्लाइंग कर चुके हैं। 

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