नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
Tahawwur Rana | Tahawwur Rana India | 15 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार वो ऐतिहासिक पल आ गया है जब 26/11 मुंबई आतंकी हमले के प्रमुख आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत लाया जा चुका है। एक विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे इस आतंकी को NIA की टीम ने हिरासत में ले लिया है। यह भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और कानूनी व्यवस्था की बड़ी जीत है।
दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से लेकर NIA मुख्यालय तक सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। तिहाड़ जेल में राणा के लिए विशेष हाई-सिक्योरिटी सेल तैयार किया गया है।
पालम एयरपोर्ट पर पहुंचे राणा को एनआईए की टीम ने हिरासत में ले लिया है। उन्हें सीधे एनआईए मुख्यालय ले जाया गया, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
Tahawwurrana news : विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले से पाकिस्तान की 'आतंक की फैक्ट्री' का पूरा चेहरा दुनिया के सामने आएगा। भारत अब न केवल राणा से बल्कि आतंकवाद के पूरे अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह मामला आने वाले दिनों में दुनियाभर की सुर्खियां बटोरेगा।
सूत्रों के अनुसार, राणा से जल्द ही कड़ी पूछताछ की जाएगी जिसमें...
- मुंबई हमले की पूरी साजिश का खुलासा
- पाकिस्तानी आईएसआई की भूमिका
- डेविड हेडली के साथ सभी गुप्त बैठकों का ब्यौरा
सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम...
✔ तिहाड़ जेल में हाई-सिक्योरिटी वार्ड: राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा, जहां उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
✔ पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी: जल्द ही उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा, जिससे पहले मेडिकल जांच होगी।
✔ दिल्ली पुलिस और SWAT अलर्ट: एयरपोर्ट से लेकर एनआईए मुख्यालय तक सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है।
✔ अमेरिकी कोर्ट ने खारिज की थी अपील: राणा ने भारत प्रत्यर्पण रोकने के लिए अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया।
राणा का कनेक्शन 26/11 हमले से
- वह मुख्य आरोपी डेविड हेडली का बचपन का दोस्त था और हमले की प्लानिंग में शामिल था।
- अमेरिकी अदालत ने उसे हेडली को फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराने का दोषी पाया था।
- राणा पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर रह चुका है और बाद में कनाडा व अमेरिका में बस गया।
भारत की कानूनी जीत
- भारत ने 2019 से ही राणा के प्रत्यर्पण के लिए कूटनीतिक और कानूनी प्रयास तेज किए थे।
- अमेरिकी अदालत ने भारत के सबूतों को मानते हुए प्रत्यर्पण की अनुमति दी।
आगे की कार्रवाई
- एनआईए और आरएडब्ल्यू की संयुक्त टीम राणा से पूछताछ करेगी।
- 26/11 हमले से जुड़े नए खुलासे होने की उम्मीद।