नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । Pakistan की सरकार एक बार फिर संकट से उबरने की कोशिश में है। इस बार दांव पर है 20 अरब डॉलर की और फंडिंग। क्या वर्ल्ड बैंक मदद करेगा या हालात और बिगड़ेंगे? जून में होने वाली बातचीत सिर्फ कर्ज की नहीं, पाकिस्तान के भविष्य की भी दिशा तय करेगी। हर पाकिस्तानी की निगाहें इस मीटिंग पर टिकी हैं। क्या इमरान के बाद शहबाज़ सरकार बदहाली को मोड़ दे पाएगी?
पाकिस्तान सरकार जून 2025 में वर्ल्ड बैंक से 20 अरब डॉलर की फंडिंग पर बातचीत करेगी। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस देश के लिए यह फंडिंग आखिरी उम्मीद मानी जा रही है। यह डील देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ते विदेशी कर्ज और राजनीतिक अस्थिरता के बीच बेहद अहम मानी जा रही है।
वर्ल्ड बैंक से और 20 अरब डॉलर की आस: पाकिस्तान की आखिरी उम्मीद?
आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की चौखट पर है। सूत्रों के अनुसार, जून 2025 में पाकिस्तान और वर्ल्ड बैंक के बीच 20 अरब डॉलर की फंडिंग को लेकर अहम बातचीत होनी है।
बातचीत में प्रमुख एजेंडा होगा
- चालू वित्तीय वर्ष के लिए राहत पैकेज
- आधारभूत ढांचे और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश
- विदेशी कर्ज के बोझ को मैनेज करने की रणनीति
वर्ल्ड बैंक ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया है, लेकिन पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने बातचीत की पुष्टि की है।
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क्यों है यह फंडिंग जरूरी?
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस समय गंभीर संकट में है।
- विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है।
- रुपया ऐतिहासिक गिरावट पर है।
- महंगाई दर 30% से ऊपर है।
IMF Loans के कड़े शर्तों के बाद अब वर्ल्ड बैंक ही एकमात्र उम्मीद है। यदि जून में यह फंडिंग मंजूर नहीं होती, तो पाकिस्तान को अगले वित्त वर्ष में विदेशी कर्ज चुकाने में मुश्किल होगी।
कर्ज के बदले क्या दे सकता है पाकिस्तान?
वर्ल्ड बैंक की कोई भी सहायता बिना शर्तों के नहीं आती। संभावना है कि बैंक पाकिस्तान से आर्थिक सुधारों, सरकारी खर्चों में कटौती और टैक्स सुधारों की मांग करे। इसके अलावा, CPEC और चीन से जुड़े समझौतों की पारदर्शिता भी चर्चा में आ सकती है।
क्या शहबाज़ सरकार इस डील को फाइनल कर पाएगी?
राजनीतिक अस्थिरता के बीच यह सवाल बड़ा है। इमरान खान की गिरफ्तारी और न्यायिक संकट के बाद शहबाज़ शरीफ सरकार पर देश-विदेश दोनों का दबाव है। वर्ल्ड बैंक किसी भी डील से पहले स्थायित्व की गारंटी चाहता है।
क्या पाकिस्तान को वर्ल्ड बैंक से राहत मिलेगी या संकट और गहराएगा? आपकी राय क्या है? नीचे कमेंट करें और दूसरों से शेयर करें!