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रियान पराग के पशु प्रेम ने जीत लिया सभी दिल, इंस्‍टाग्राम पर शेयर की भावुक पोस्‍ट

भारतीय क्रिकेटर रियान पराग ने घायल कुत्ते 'जानम' को गोद लेकर पशु प्रेम का अद्भुत उदाहरण पेश किया। उन्होंने जानवरों को रेस्क्यू करने वाली मानवी राय का शुक्रिया अदा करते हुए इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा की।

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Suraj Kumar
riyan parag

नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी  रियान पराग के पशु प्रेम ने सभी का दिल जीत लिया। इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने 'जानम' नाम के घायल कुत्‍ते को गोद लिया है। रियान पराग जानम के इलाज का पूरा खर्चा उठाएंगे। क्रिकेटर का जानवरों के प्रति प्रेम और लगाव की हर कोई तारीफ कर रहा है। रियान पराग ने इंस्‍टाग्राम पर एक पोस्‍ट साझा की है, जिसमें उन्‍होंने जानम की जर्नी को शेयर किया है। 

सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्‍ट 

रियान पराग ने लिखा, '21 जुलाई को तुम्‍हारा दूसरा जन्‍म हुआ है। अब तुम आधिकारिक रूप से मेरे हो।' उन्‍होंने जानवरों को रेस्‍क्‍यू करने वाली मानवी राय के प्रति कृतज्ञता व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍हें 'ट्रू एनिमल वॉरियर' बताया। रियान पराग ने बताया कि क्रिकेट में बिजी होने के कारण वे जानम को घर नहीं ला पा रहे थे, लेकिन उन्‍होंने मानवी से वादा किया था कि वे  जानम के इलाज का सारा खर्च उठाएंगे। 

रियान पराग ने फिटनेस पर की बात 

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भारतीय क्रिकेटर रियान पराग का मानना है कि आज के दौर में फिटनेस एक खिलाड़ी के करियर का सबसे अहम हिस्सा बन चुकी है। उनके अनुसार, साल भर खुद को फिट रखना अब एक नियम बन चुका है, क्योंकि यही उन्हें बाकी खिलाड़ियों पर बढ़त दिलाता है। मीडिया से बातचीत में रियान पराग ने कहा, "आपको साल भर ट्रेनिंग करनी होती है। शरीर के लिए कोई ऑफ-डे या ऑफ-सीजन नहीं होता। क्रिकेट में भले ही टूर्नामेंट या मैचों का ब्रेक हो, लेकिन फिटनेस में नहीं।" पराग ने आगे कहा, "अगर आप 365 दिन अपनी ट्रेनिंग करते हैं, सही खाते हैं, शरीर का ध्यान रखते हैं, तो आपको दूसरों के मुकाबले बढ़त मिलती है। इससे आप हर फॉर्मेट के लिए अपने शरीर को तैयार रख सकते हैं। रियान पराग ने फिटनेस को सिर्फ प्रोफेशनल एथलीट के लिए ही नहीं, बल्कि आम जीवन में भी जरूरी बताया। उन्होंने कहा, "मैं भले ही प्रोफेशनल खिलाड़ी हूं, लेकिन आम लोगों के लिए भी फिट रहना बहुत जरूरी है। मैंने 11 साल की उम्र से इसकी शुरुआत की थी, क्योंकि मुझे तब ही समझ आ गया था कि अगर मुझे अपने काम में अच्छा बनना है, तो शरीर को भी उस लायक बनाना होगा।"

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