झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के साथ सरायकेला-खरसावां के जिला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला।
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खरसावां, वाईबीएन डेस्क ।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज सरायकेला-खरसावां के जिला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला एवं गुमला जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला व उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन" से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इस दिशा में समाज के अंतिम व्यक्ति तक जनहित से जुड़ी योजनाओं को पहुंचाने में आप जैसे अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। सरायकेला खरसावां एवं गुमला जिले को मिले इस सम्मान से पूरा राज्य गौरान्वित हुआ है। मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले दिनों में झारखंड विकास योजनाओं के बेहतर और सफल क्रियान्वयन में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
बता दें कि कि 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावशाली और नवोन्मेषी क्रियान्वयन के लिए सरायकेला- खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड को पूरे देश में अव्वल स्थान प्राप्त करने के लिए उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला तथा गुमला जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को "प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार, 2024" से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें "एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम" श्रेणी में दिया गया है।
यह पुरस्कार सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड में एस्पिरेशनल ब्लॉक कार्यक्रम के तहत संचालित पहलों की सफल क्रियान्वयन और प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किया गया है।
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गम्हरिया प्रखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, जल-संरक्षण और आधारभूत संरचना जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जो इस पुरस्कार का आधार बनी। प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किए जाने पर रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि यह पुरस्कार पूरी टीम के समर्पण और सामूहिक प्रयासों का परिणाम है, और इससे क्षेत्र के विकास के लिए और अधिक प्रेरणा मिलेगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के साथ उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी।
झारखंड के लिए गर्व का क्षण
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रविशंकर शुक्ला को आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन में उनकी उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता के लिए सम्मानित किया गया, विशेष रूप से गम्हरिया ब्लॉक में उल्लेखनीय बदलाव के लिए, जो कभी राज्य के सबसे अविकसित क्षेत्रों में गिना जाता था।
उनके नेतृत्व में, गम्हरिया में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल प्रबंधन, स्वच्छता और कौशल विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ठोस प्रगति देखी गई। उनकी टीम की केंद्रित योजना, सरकारी योजनाओं का प्रभावी समन्वय और स्थानीय समुदाय के साथ मजबूत सहयोग ने जमीनी स्तर पर वास्तविक बदलाव लाया।
कार्यशील स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों, बेहतर टीकाकरण, कुपोषण में कमी और स्कूलों के डिजिटल उन्नयन से व्यापक परिवर्तन आया। जैविक खेती की शुरुआत और किसान-उत्पादक समूहों के गठन ने कृषि परिणामों को बढ़ावा दिया, जबकि स्वच्छ पेयजल और बेहतर स्वच्छता सुविधाओं ने जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया। महत्वपूर्ण रूप से, कौशल प्रशिक्षण पहलों ने क्षेत्र के आदिवासी युवाओं के लिए नई नौकरी के अवसर खोले।
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रविशंकर शुक्ला ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए इसे अपनी टीम, स्थानीय पंचायतों, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और गम्हरिया के लोगों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान सामूहिक उपलब्धि है। यह दर्शाता है कि जब प्रशासन और नागरिक साझा उद्देश्य के साथ एकजुट होते हैं, तो क्या संभव है।”
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम, भारत सरकार के व्यापक आकांक्षी जिला कार्यक्रम का हिस्सा, सबसे पिछड़े ब्लॉकों को वास्तविक समय निगरानी, डेटा-आधारित हस्तक्षेप और नागरिक-केंद्रित योजना के माध्यम से उन्नत करने पर केंद्रित है। गम्हरिया की सफलता जमीनी स्तर पर शासन और समुदाय की भागीदारी की शक्ति का प्रमाण है।
सिविल सेवा दिवस हर साल भारत के सिविल सेवकों के अथक प्रयासों को स्वीकार करने और सार्वजनिक सेवा में नवाचार और जवाबदेही की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। प्रधानमंत्री पुरस्कार सिविल सेवाओं में अधिकारियों के लिए सर्वोच्च सम्मानों में से एक है, जो उन लोगों को पहचानता है जो सबसे अधिक आवश्यकता वाले क्षेत्रों में, जमीनी स्तर पर बदलाव लाते हैं।
गम्हरिया प्रखंड में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला सम्मान
कार्यक्रम में सारायकेला-खरसावां के डीसी अंशुल कुमार अग्रवाल (आईएफएस) और गम्हरिया के बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी भी मौजूद थे। आकांक्षी प्रखंड कार्याकम के तहत सरकार की योजनाओं को गम्हरिया प्रखंड में बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया गया।
आकांक्षी प्रखंड के लिए चयनित गम्हरिया प्रखंड में आधारभूत संरचना, पोषण, शिक्षा, कृषि क्षेत्र पर फोकस करते हुए सुधार की दिशा में काम किया गया। साथ ही, आधारभूत संरचनाओं और सामाजिक विकास पर जोर दिया गया। लोगों को आजीविका की जोड़ने में काफी सहायता मिली। गांवों के लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आया है।
नीति आयोग द्वारा शुरू किए गए आकांक्षी प्रखंड कार्याकम को सरायकेला-खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड में उत्कृष्ट तरीके से क्रियान्वित किया गया है। इसे सफल बनाने में सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और उससे जुड़े एक-एक व्यक्ति का योगदान है। सभी की भूमिका सराहनीय है। यह पुरस्कार सभी भागीदारों को समर्पित है। -रविशंकर शुक्ला, उपायुक्त सरायखेला खरसांवा