/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/18/s2xgFAvwtmnThQr7DmK9.jpg)
Astronauts
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मर पिछले साल जून महीने से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। नासा और स्पेसएक्स के प्रयास से दोनों की घर वापसी होने जा रही है। लेकिन, उनके साथ दो और अंतरिक्षयात्री निक हेग और एलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी वापस आएंगे।
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) एलॉन मस्क की कंपनी SpaceX के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से वापसी करने जा रही है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से स्पेसक्राफ्ट अनडॉक हो गया है. यह भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3.30 बजे लैंड करेगा। ऐसे में सुनीता विलियम्स सहित चारों अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग के पूरे प्रोसेस को समझना जरूरी है।
आपको बता दें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के परीक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजा गया था। उन्हें 8 दिन के मिशन पर जाना था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उन्हें 9 महीने से अधिक समय तक ISS पर रहना पड़ा। अब वे स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर पृथ्वी पर लौट रहे हैं। उनकी वापसी 19 मार्च को फ्लोरिडा के तट पर होने की उम्मीद है।
ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग प्रक्रिया
- ड्रैगन कैप्सूल अपनी री-एंट्री के दौरान पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही घर्षण के कारण गर्म हो जाएगा। इस दौरान कैप्सूल को अत्यधिक गर्मी और दबाव का सामना करना पड़ेगा।
- लगभग 18,000 फीट की ऊंचाई पर, कैप्सूल के पैराशूट खुल जाएंगे, जिससे इसकी गति धीमी हो जाएगी।
- कैप्सूल पानी में लैंड करेगा, इसलिए लैंडिंग की सटीकता और सुरक्षित रिकवरी महत्वपूर्ण है।
- लैंडिंग के बाद, नासा और स्पेसएक्स की रिकवरी टीमें कैप्सूल और एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित रूप से बाहर निकालेंगी।
वापसी में संभावित खतरे
री-एंट्री: पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय स्पेसक्राफ्ट को अत्यधिक गर्मी और दबाव का सामना करना पड़ता है।
लैंडिंग: ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पानी में लैंड करता है, इसलिए लैंडिंग की सटीकता और सुरक्षित रिकवरी महत्वपूर्ण है।
शारीरिक प्रभाव: लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से एस्ट्रोनॉट्स की हड्डियों और मांसपेशियों पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए उन्हें धरती पर वापस आने के बाद पुनर्वास की आवश्यकता होती है।
मिशन में देरी के कारण
- स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण सुनीता और बुच की वापसी में देरी हुई।
- स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन में भी देरी हुई, जिससे उनकी वापसी में और विलंब हुआ।
- राजनीतिक कारणों की भी चर्चा है, लेकिन नासा और स्पेसएक्स ने मुख्य रूप से तकनीकी कारणों पर ध्यान केंद्रित किया है।
धरती पर वापसी के बाद
- एस्ट्रोनॉट्स को चिकित्सा जांच और पुनर्वास के लिए ले जाया जाएगा।
- उन्हें पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने में कुछ समय लगेगा।
- नासा उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति की निगरानी करेगा।
सुनीता विलियम्स का महत्व
- सुनीता विलियम्स एक अनुभवी एस्ट्रोनॉट हैं और उन्होंने कई अंतरिक्ष मिशनों में भाग लिया है।
- उनकी यह यात्रा अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए महत्वपूर्ण है और भविष्य के मिशनों के लिए जानकारी प्रदान करेगी।
- वह भारत के लिए एक प्रेरणा हैं और उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।
- स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल एक पुनः प्रयोज्य अंतरिक्ष यान है, जिसे एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा विकसित किया गया है।
- यह कैप्सूल एस्ट्रोनॉट्स और कार्गो को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाने और वापस लाने में सक्षम है।
- ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग प्रक्रिया सुरक्षित और सटीक है, जिससे एस्ट्रोनॉट्स की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित होती है।
ड्रैगन कैप्सूल की विशेषताएं
ड्रैगन कैप्सूल: ड्रैगन कैप्सूल को कई बार उपयोग किया जा सकता है, जिससे अंतरिक्ष यात्रा की लागत कम हो जाती है।
स्वचालित और मैनुअल नियंत्रण: कैप्सूल में स्वचालित और मैनुअल नियंत्रण दोनों प्रणालियां हैं, जो इसे विभिन्न परिस्थितियों में संचालित करने की अनुमति देती हैं।
आरामदायक इंटीरियर: कैप्सूल में एस्ट्रोनॉट्स के लिए आरामदायक इंटीरियर है, जिसमें बैठने, सोने और खाने की सुविधाएं हैं।
आपातकालीन प्रणाली: कैप्सूल में आपातकालीन प्रणाली है, जो किसी भी दुर्घटना की स्थिति में एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित रखने में मदद करती है।
सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की सुरक्षित वापसी के लिए हम सभी शुभकामनाएं देते हैं।
ड्रैगन कैप्सूल की तकनीकी जानकारी
- ड्रैगन कैप्सूल स्पेसएक्स द्वारा निर्मित एक पुनः प्रयोज्य अंतरिक्ष यान है।
- यह अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो दोनों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) और पृथ्वी की कक्षा में अन्य गंतव्यों तक ले जाने में सक्षम है।
- ड्रैगन कैप्सूल को पहली बार 2010 में लॉन्च किया गया था, और तब से यह अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को कई सफल मिशनों पर ले जा चुका है।
- ड्रैगन कैप्सूल में एक दबावयुक्त केबिन होता है जो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष के कठोर वातावरण से बचाता है।
- कैप्सूल में एक हीट शील्ड भी होती है जो इसे पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने की गर्मी से बचाता है।
- ड्रैगन कैप्सूल को सुपरड्राको थ्रस्टर्स द्वारा संचालित किया जाता है, जिसका उपयोग इसे अंतरिक्ष में पैंतरेबाज़ी करने और पृथ्वी पर वापस आने के लिए किया जाता है।
- ड्रैगन कैप्सूल को पानी में उतरने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और इसमें पैराशूट की एक श्रृंखला होती है जिसका उपयोग इसकी वंश गति को धीमा करने के लिए किया जाता है।
- ड्रैगन कैप्सूल को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया है।
- ड्रैगन कैप्सूल की क्षमता 7 यात्रियों तक है।
- ड्रैगन कैप्सूल 25,000 किलोग्राम तक कार्गो ले जा सकता है।
- ड्रैगन कैप्सूल की लंबाई 8.1 मीटर है।
- ड्रैगन कैप्सूल का व्यास 4 मीटर है।
- ड्रैगन कैप्सूल का वजन 12,055 किलोग्राम है।
सुनीता विलियम्स के बारे ये भी जानिए
- सुनीता विलियम्स एक भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और संयुक्त राज्य नौसेना अधिकारी हैं।
- वह दो अंतरिक्ष उड़ानों पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में सवार हो चुकी हैं, और उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 322 दिन बिताए हैं।
- विलियम्स ने सात स्पेसवॉक भी किए हैं, और उन्होंने स्पेसवॉक पर कुल 50 घंटे और 40 मिनट बिताए हैं।
- विलियम्स का जन्म ओहियो के यूक्लिड में 19 सितंबर 1965 को हुआ था।
ये भी पढ़ें-
- PM Internship Scheme: युवाओं के लिए सुनहरा अवसर, जानें आवेदन की Last Date
- Law Graduates के लिए बड़ी खुशखबरी, यहां करें आवेदन, देखें पूरी Details
- Delhi Police का बड़ा फैसला, अब SHO बनने के लिए करना होगा यह काम, एक क्ल्कि में पढ़ें स्टोरी
उन्होंने फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग प्रबंधन में मास्टर डिग्री प्राप्त की। विलियम्स को 1998 में नासा द्वारा एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था। अंतरिक्ष में उनके योगदान के लिए विलियम्स को नासा विशिष्ट सेवा पदक और रक्षा विशिष्ट सेवा पदक सहित कई पुरस्कार मिले हैं।