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दिल दहला देगी शांति की तलाश में पेरू गई ब्रिटिश फैशन ग्रेजुएट युवती की यह दास्तां...

मानसिक शांति की तलाश में पेरू पहुंची ब्रिटिश युवती के लिए यह यात्रा बेहद दुखद और खराब अनुभव में उस समय बदल गई, जब स्थानीय लुटरों ने हमला करके उसका सारा सामान, पासपोर्ट और पैसा लूट लिय़ा। उसे महीनों सड़क पर गुजारने पड़े। 

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Mukesh Pandit
Hannah Almond, 32, a fashion graduate from Grimsby

Hannah Almond, 32, a fashion graduate from Grimsby

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लंदन, वाईबीएन डेस्क। मानसिक शांति की तलाश में पेरू पहुंची ब्रिटिश युवती के लिए यह यात्रा बेहद दुखद और खराब अनुभव में उस समय बदल गई, जब स्थानीय लुटरों ने हमला करके उसका सारा सामान, पासपोर्ट और पैसा लूट लिय़ा। उसे महीनों सड़क पर गुजारने पड़े और एक बेघर बुजुर्ग का आश्रय लेना पड़ा। अब एक दोस्त की मदद से वह सुरक्षित बच निकलकर अपने घर वापसी करने में सफल हुई है, हालांकि उसकी मानसिक स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है और हालात से उबरने में उसे काफी वक्त लगेगा। यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है, जो अक्सर विदेश यात्राओं पर जाते हैं।  

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Trauma
Trauma from the attack has left Ms Almond too scared to accept help from embassy officials

पेरू की यात्रा बन गई दुस्वप्न

ब्रिटेन के लिंकनशायर की निवासी हन्ना आलमंड, 32 वर्षीय फैशन ग्रेजुएट मार्च 2025 में आत्म-खोज और रोमांच के लिए मार्च में पेरू के लिए रवाना हुई थी, जहां वे एक योग रिट्रीट में भाग लेने गई थीं। उनके लिए यह यात्रा दक्षिण अमेरिकी देश पेरू के प्राचीन शहर कुस्को में माचू पिचू और इंका ट्रेल की खोज के साथ शुरू होनी थी। लेकिन यह सपना जल्द ही एक भयावह दुःस्वप्न में बदल गया। 

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सामान लूट लिया, बाकी जला दिया

बताया जाता है कि उनकी यात्रा शुरू होने के कुछ ही समय बाद, स्थानीय लुटेरों ने उन पर हमला कर दिया। इस हिंसक घटना में हन्ना का पासपोर्ट, फोन, और सारा पैसा चोरी हो गया। इसके बाद, कुछ स्थानीय लोगों ने बेलेन ब्रिज के नीचे उनके शेष सामान को आग लगा दी, जिससे वे पूरी तरह से बेसहारा हो गईं। इस घटना ने न केवल उनकी शारीरिक स्थिति को प्रभावित किया, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाला।
Ms Almond

मानसिक स्वास्थ्य संकट और सड़क पर जीवन

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हन्ना, को डकैती के आघात ने उन्हें इतना भयभीत कर दिया कि वे किसी पर भरोसा करने में असमर्थ हो गईं। उन्होंने कुस्को की सड़कों पर, विशेष रूप से बेलेन ब्रिज के नीचे, एक बुजुर्ग बेघर व्यक्ति के साथ रहना शुरू कर दिया, जिसे वे अपना एकमात्र भरोसेमंद साथी मानती थीं। इस दौरान, वे अन्य लोगों के फोन के माध्यम से कभी-कभार अपनी मां से संपर्क करती थीं। उनकी स्थिति को देखते हुए, उनके दोस्तों ने इसे "अत्यंत जरूरी" बताया और एक GoFundMe अभियान शुरू किया। 

स्थानीय और दूतावास की सहायता लेने से इन्कार

ब्रिटिश दूतावास और स्थानीय पुलिस ने हन्ना को सहायता प्रदान करने की कोशिश की।उसे होटल में ठहरने और भोजन के लिए मदद का प्रस्ताव दिया। लेकिन हन्ना ने किसी भी तरह की सहायता लेने से इन्कार कर दिया और बार-बार बेलेन ब्रिज के नीचे ही रहने लगी। ब्रिटिश काउंसल मार्क एटकिंसन ने बताया कि हन्ना का पर्यटक वीजा समाप्त हो चुका था, जिसके कारण वह पेरू में अवैध प्रवासी बन गई। इस दौरान, उनकी मानसिक स्थिति इतनी नाजुक थी कि वे दूतावास या स्थानीय अधिकारियों पर भरोसा नहीं कर पा रही थीं।

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Hannah is pictured in Cusco after losing all her belongings।
Hannah is pictured in Cusco after losing all her belongings।

अचानक गायब हो गई, दोस्त ने तलाशा

इस माह 24 मई 2025 को हन्ना अचानक गायब हो गईं, जिससे उनके दोस्तों और परिवार में तस्करी की आशंका बढ़ गई। कुस्को को एक तस्करी हॉटस्पॉट के रूप में जाना जाता है, जिसने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं और बढ़ा दीं। लेकिन 27 मई को, एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब पिएरो विलानुएवा, जिनसे हन्ना की मुलाकात लीमा में हुई थी, ने कुस्को में उनकी तलाश की। पिएरो ने स्थानीय टीवी स्टेशन को बताया कि हन्ना ने उन्हें देखते ही रोते हुए गले लगाया और उनके साथ जाने के लिए तैयार हो गईं। यह एक भावनात्मक पुनर्मिलन था, जिसने उनके दोस्तों और परिवार को राहत दी।

वर्तमान स्थिति और भविष्य

हन्ना को खोजे जाने के बाद, उनके दोस्तों ने बताया कि उन्हें यूके लौटने से पहले मनोवैज्ञानिक देखभाल की आवश्यकता होगी। उनकी मानसिक स्थिति अभी भी नाजुक है, और वे अजनबियों से सहायता स्वीकार करने में हिचक रही हैं। उनके एक दोस्त ने यूके से कुस्को के लिए उड़ान भरी ताकि हन्ना को घर लाने में मदद मिल सके। GoFundMe से जुटाए गए धन का उपयोग उनके परिवार और दोस्तों के लिए उड़ानों, आवास, और आपातकालीन देखभाल के लिए किया जा रहा है।

कुस्को में पर्यटकों के लिए खतरे

विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) की सलाह के अनुसार, कुस्को और अरेक्विपा जैसे क्षेत्रों में सशस्त्र डकैती की घटनाएँ असामान्य नहीं हैं, हालाँकि व्यक्तिगत हमले दुर्लभ हैं। हर साल 100,000 से अधिक ब्रिटिश पर्यटक पेरू की यात्रा करते हैं। कुस्को माचू पिचू का प्रवेश द्वार होने के कारण लोकप्रिय है। पिछले वर्ष कुस्को में पर्यटकों पर हमलों में 15% की वृद्धि दर्ज की गई। हन्ना की कहानी पर्यटकों के लिए इन खतरों की याद दिलाती है।

 

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