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Navpancham Yog 2025: राहु-गुरु का नवपंचम योग, इन राशियों का गोल्डेन टाइम शुरू

18 मई को राहु और गुरु के मिलन से नवपंचम योग बनेगा, जो ज्योतिष में विशेष महत्व रखता है और कुछ राशियों के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगा। जानें कौन सी 3 राशियों का गोल्डेन टाइम शुरू होगा...

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Ajit Kumar Pandey
NAVPANCHAM YOG GOLDEN TIME START
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।18 मई 2025 को ज्योतिष में एक विशेष खगोलीय घटना होने जा रही है, जब राहु और गुरु मिलकर नवपंचम योग बनाएंगे। यह योग क्या है, कौन सी राशियां इससे लाभान्वित होंगी, कहां होगा इसका प्रभाव, कब होगा यह शुभ संयोग, और क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण? वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह योग कुछ राशियों के लिए जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है, विशेष रूप से करियर, धन और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में। आइए जानते हैं नवपंचम योग के बारे में विस्तार से।

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नवपंचम योग क्या है?

नवपंचम योग एक विशेष ज्योतिषीय संयोग है, जो तब बनता है जब दो ग्रह, इस मामले में राहु और गुरु, एक-दूसरे के साथ नवम और पंचम भाव में गोचर करते हैं। राहु, जो एक छाया ग्रह है, 18 मई 2025 को कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो लगभग 18 साल बाद इस राशि में उसका गोचर होगा। वहीं, गुरु मिथुन राशि में पहले से ही विराजमान होंगे। यह संयोजन नवपंचम योग का निर्माण करेगा, जो ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शुभ माना जाता है। यह योग विशेष रूप से उन राशियों के लिए फलदायी होगा, जिनके लिए यह उनके जन्म कुंडली में अनुकूल भावों को प्रभावित करता है।

किन राशियों को होगा लाभ?

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ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस नवपंचम योग का प्रभाव कुछ राशियों पर विशेष रूप से सकारात्मक रहेगा। ये राशियां हैं...

मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए यह योग करियर और वित्तीय क्षेत्र में उन्नति का संकेत देता है। गुरु का मिथुन राशि में होना और राहु का कुंभ राशि में गोचर उनके भाग्य और कर्म क्षेत्र को सक्रिय करेगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या नई जॉब के अवसर मिल सकते हैं, जबकि व्यवसायियों को नए प्रोजेक्ट्स में सफलता प्राप्त हो सकती है।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए यह योग व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में स्थिरता लाएगा। राहु का कुंभ राशि में प्रवेश उनके छठे भाव को प्रभावित करेगा, जो शत्रुओं पर विजय और स्वास्थ्य में सुधार का संकेत है। साथ ही, गुरु का मिथुन राशि में होना उनके भाग्य भाव को बल देगा, जिससे लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे।

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कुंभ राशि: राहु का अपनी ही राशि में गोचर कुंभ राशि वालों के लिए विशेष रूप से शुभ रहेगा। यह योग उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और सामाजिक स्थिति में सुधार लाएगा। इस दौरान निवेश या बड़े वित्तीय फैसलों से लाभ की संभावना है। साथ ही, व्यक्तिगत रिश्तों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

अन्य राशियों पर प्रभाव

हालांकि उपरोक्त तीन राशियां इस योग से सबसे अधिक लाभान्वित होंगी, अन्य राशियों पर भी इसका प्रभाव देखा जाएगा। उदाहरण के लिए, मकर और वृश्चिक राशि वालों को करियर में प्रगति के अवसर मिल सकते हैं, लेकिन उन्हें सावधानी बरतनी होगी। मेष और तुला राशि वालों को इस दौरान स्वास्थ्य और वित्तीय मामलों में सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। यह योग सभी राशियों के लिए कुछ न कुछ बदलाव लाएगा, लेकिन इसका प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली पर भी निर्भर करता है।

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नवपंचम योग का महत्व

वैदिक ज्योतिष में राहु को परिवर्तन और आकस्मिक लाभ का कारक माना जाता है, जबकि गुरु ज्ञान, समृद्धि, और आध्यात्मिकता का प्रतीक हैं। जब ये दोनों ग्रह एक साथ नवपंचम योग बनाते हैं, तो यह संयोजन व्यक्ति के जीवन में नई दिशा और अवसर प्रदान करता है। यह योग विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने करियर या व्यक्तिगत जीवन में बड़े बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। इस दौरान लिए गए निर्णय लंबे समय तक प्रभावी हो सकते हैं।

इस योग का अधिकतम लाभ कैसे उठाएं?

नवपंचम योग के प्रभाव को बढ़ाने के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं...

राहु के लिए उपाय: राहु को शांत करने के लिए शनिवार के दिन काले तिल का दान करें या गरीबों को भोजन कराएं।

गुरु के लिए उपाय: गुरु की कृपा पाने के लिए गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और केले का दान करें।

ध्यान और पूजा: इस दौरान नियमित रूप से भगवान विष्णु की पूजा करें और "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करें।

वित्तीय सावधानी: इस योग के दौरान बड़े निवेश या जोखिम भरे फैसले लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।

खगोलीय घटना का समय और प्रभाव

18 मई 2025 को राहु का कुंभ राशि में प्रवेश सुबह के समय होगा, और यह गोचर अगले डेढ़ साल तक प्रभावी रहेगा। गुरु का मिथुन राशि में गोचर पहले से ही चल रहा होगा, जिससे यह योग तत्काल प्रभाव डालेगा। ज्योतिषियों का मानना है कि यह समय उन लोगों के लिए अनुकूल रहेगा जो अपने जीवन में नई शुरुआत करना चाहते हैं। यह योग न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

राहु और गुरु द्वारा निर्मित नवपंचम योग 18 मई 2025 को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण घटना होगी। मिथुन, कन्या, और कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से शुभ रहेगा, जिसमें उन्हें करियर, धन, और व्यक्तिगत जीवन में प्रगति के अवसर प्राप्त होंगे।

हालांकि, इस योग का लाभ उठाने के लिए सही दिशा में प्रयास और ज्योतिषीय उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है। यदि आप अपनी कुंडली के आधार पर इस योग के प्रभाव को और गहराई से समझना चाहते हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से संपर्क करें। इस खगोलीय घटना का लाभ उठाएं और अपने जीवन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।

राहु गोचर 2025 | गुरु गोचर 2025 | ज्योतिष भविष्यवाणी |

नोट: यह लेख सामान्य ज्योतिषीय भविष्यवाणियों पर आधारित है। व्यक्तिगत परिणाम जन्म कुंडली और अन्य ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करते हैं।

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