नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । कल्पना कीजिए, आप सड़क पर चल रहे हैं और अचानक कहीं से बांसुरी की मधुर धुन कानों में पड़ती है। नहीं, ये कोई स्ट्रीट म्यूजिशियन नहीं, बल्कि सामने से आ रही कार का हॉर्न है! जी हां, भारत की सड़कों पर जल्द ही हॉर्न की चीं-चीं की जगह तबले की थाप, सितार की झंकार और हारमोनियम की सुरीली तान सुनाई दे सकती है।
नितिन गडकरी का अनोखा आयडिया
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ साल पहले एक अनोखा आइडिया दिया था – कारों के हॉर्न में भारतीय वाद्य यंत्रों की धुनें बजा करें! अब ये सपना हकीकत की ओर बढ़ रहा है। खबर है कि गडकरी जी का मंत्रालय एक ऐसा कानून लाने की तैयारी में है, जो गाड़ियों के हॉर्न को 'देसी स्वैग' से भर देगा।
नए कानून के तहत गाड़ियों में बांसुरी, ढोलक, वायलिन, तबला और हारमोनियम जैसी धुनें हॉर्न के रूप में इस्तेमाल हो सकेंगी। यानी अब सड़कों पर कानफाड़ू हॉर्न की जगह संगीतमय अनुभव होगा। मकसद? ध्वनि प्रदूषण को कम करना और सड़कों को थोड़ा म्यूजिकल बनाना! सोचिए, ट्रैफिक जाम में फंसने पर भी शायद मूड थोड़ा सुरीला रहेगा!
कांग्रेस ने कसा तंज
हालांकि, इस 'म्यूजिकल हॉर्न' वाले आइडिया पर विपक्षी दल कांग्रेस ने तंज भी कसा है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक मजेदार वीडियो शेयर किया, जिसमें इस अनोखे फैसले पर चुटकी ली गई है। लेकिन जनता का क्या? वो तो बस इंतजार कर रही है कि कब सड़क पर गाड़ियां 'राग दरबारी' या 'ढोलक बीट्स' में बात करेंगी!
तो तैयार हो जाइए, क्योंकि भारत की सड़कें जल्द ही बनने वाली हैं एक म्यूजिकल मंच, जहां हर हॉर्न देगा 'देसी वाइब्स'! indian roads | Nitin Gadkari latest news |