नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में अपने ही नागरिकों को देश में प्रवेश करने से रोक दिया है। यह कदम भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित वाघा बॉर्डर को बंद करने के बाद उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह निर्णय पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया, जिसमें कई लोगों की जानें गई थीं।
वाघा बॉर्डर बंद, यात्रियों को परेशानी
वाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान के बीच एक प्रमुख सीमा-पार मार्ग है, जहां से हर साल हजारों लोग आते-जाते हैं। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने अचानक इस बॉर्डर को बंद कर दिया, जिससे कई पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए। कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के वापस जाने की अनुमति नहीं दी गई।
पहलगाम आतंकी हमले का असर
इस कड़े कदम की वजह पाकिस्तान में बढ़ती आतंकी गतिविधियां मानी जा रही हैं। पहलगाम में हुए हमले के बाद सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं, जिसके चलते सरकार ने सीमा पर सख्त पाबंदियां लगा दी हैं। हालांकि, इससे सामान्य यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नागरिकों में नाराजगी
पाकिस्तानी नागरिक इस फैसले से नाराज हैं। कई लोगों का कहना है कि सरकार को बिना किसी पूर्व सूचना के ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए था। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियाँ साझा कीं और सरकार से जल्द से जल्द बॉर्डर खोलने की मांग की।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर प्रभाव
यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है। पहले से ही दोनों देशों के रिश्ते काफी खराब चल रहे हैं, और इस तरह के कदम से स्थिति और बिगड़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा नीतियों को सुधारने की जरूरत है, ताकि आम नागरिकों को परेशानी न हो।
अभी तक पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बॉर्डर को जल्द ही फिर से खोलने पर विचार किया जा रहा है।
breaking news india pakistan | Current Affairs India Pakistan | India Pakistan border | India Pakistan conflict | India Pakistan Deportation | india pakistan latest tension |