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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) की पहली आईपीएल जीत के बाद 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों लोग जमा हुए थे। भगदड़ मचने के बाद जब सरकार पर तोहमत लगी तो सीएम सिद्धारमैया ने चूक के लिए एसीपी विकास कुमार और उनके अमले को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया। कैट (Central Administrative Tribunal) ने विकास का निलंबन रद्द किया तो सरकार ने हाईकोर्ट का रुख किया। अदालत में सरकार ने कहा कि विकास कुमार और उनकी टीम को सस्पेंड करने का फैसला दुरुस्त था। वो ऐसे काम कर रहे थे जैसे RCB के नौकर हों।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को हाईकोर्ट में कहा कि पिछले महीने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के मामले में आईपीएस अफसर विकास कुमार को निलंबित करने का फैसला सही था। अपने फैसले का बचाव करते हुए सरकार के वकील ने कहा कि विकास और उनके अफसरों ने आरसीबी के नौकरों की तरह काम किया।
विकास कुमार खुद से कैसे दे सकते थे जश्न की अनुमति
कर्नाटक के महाधिवक्ता शशि किरण शेट्टी ने कोर्ट में कहा कि कैट का आदेश उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने अदालत को बताया कि विकास और अन्य आईपीएस अधिकारियों के निलंबन को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। निलंबन आदेश 5 जून को जारी किया गया था। वकील ने कहा कि आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच फाइनल मैच के टॉस से पहले ही आरसीबी ने पुलिस को एक आवेदन दिया गया था। इसके मुताबिक अगर वो मैच जीतते हैं तो जीत का जश्न मनाया जाएगा। वकील ने कहा कि अफसरों ने यह पूछे बिना ही सुरक्षा व्यवस्था शुरू कर दी कि कार्यक्रम की अनुमति किसने दी थी।
12 घंटे के नोटिस पर पुलिस से इंतजाम करने को कहा था
सरकार ने तर्क दिया कि केवल 12 घंटे की सूचना पर भारी भीड़ को नियंत्रित करना असंभव था। ऐसे में रायल चैलेंजर्स की दरख्वास्त को खारिज किया जाना चाहिए था। सरकार ने दलील दी कि अफसर क्या कर रहे थे? क्या उन्होंने कोई कदम उठाया? पुलिस अधिनियम के तहत निषेधाज्ञा जारी करने के बजाय उन्होंने समारोह के लिए बंदोबस्त जारी रखा। ये देखे बगैर कि जीत के बाद जो भीड़ जुटेगी वो हजारों में होगी। उनको काबू करने का कोई प्लान उनके पास नहीं था।
सरकार ने विराट कोहली को भी ठहराया है जिम्मेदार
हाईकोर्ट में पेश हलफनामे में कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने सीधे तौर पर आरसीबी को उस भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई। सरकार ने कई खामियों का हवाला दिया, जिनमें क्रिकेटर विराट कोहली की एक सार्वजनिक वीडियो अपील भी शामिल है। उसने कहा कि पुलिस अनुमति के बगैर विराट कोहली ने भारी भीड़ जुटाई।
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