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फाइल फोटो
चंडीगढ़, वाईबीएन डेस्क। सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस में अब एक्शन शुरू हो गया है। इस मामले में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दिवंगत हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वाई पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अनमीत पी कुमार ने अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। एसएसपी चंडीगढ़ ने इसकी पुष्टि की है।
चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया मुकदमा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(आर) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह घटनाक्रम आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित बीएनएस की धारा 108 के तहत शिकायत दर्ज होने के एक दिन बाद सामने आया है, जिसमें एससी/एसटी (पीओए) अधिनियम के प्रावधान भी शामिल हैं। बता दें मंगलवार को, वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने घर में कुर्सी पर बैठे-बैठे अपनी सर्विस रिवॉल्वर से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली।
सुसाइड नोट में उत्पीड़न की शिकायत की गई थी
पुलिस ने मौके से एक 'वसीयत' और एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें पीड़ित ने नौकरी से जुड़ी समस्याओं और असंतोष का उल्लेख किया है।
हरियाणा कैडर की 2001 बैच की आईएएस अधिकारी अनमीत ने अपने बयान में कहा कि वह एक "शोकग्रस्त पत्नी और एक जिम्मेदार लोक सेवक" दोनों के रूप में शिकायत दर्ज करा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार पेशेवर उत्पीड़न, जाति-आधारित भेदभाव और व्यक्तिगत अपमान ने उनके पति को 7 अक्टूबर, 2025 को अपनी जान लेने के लिए प्रेरित किया। घटना के दिन, जांचकर्ताओं ने दंपति के चंडीगढ़ स्थित आवास से नौ पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसके अनुसार एडीजीपी कुमार ने डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लिए, और उत्पीड़न के कथित मामलों का विवरण दिया।
डीजीपी के कारण हुआ था वित्तीय नुकसान
उन्होंने लिखा कि डीजीपी कपूर 01जनवरी 2015 से अपना बकाया पाने में कामयाब रहे" लेकिन कुमार को वही लाभ मिलने पर उन्होंने आपत्ति जताई, जिससे उनके पूरे 2001 आईपीएस बैच को भारी वित्तीय नुकसान हुआ। इससे पहले गुरुवार को, सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि हरियाणा सरकार एडीजीपी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद डीजीपी कपूर को छुट्टी पर भेजने पर विचार कर रही है।
कार्यवाहक डीजीपी की हो सकेगी नियुक्ति
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, कुमार के नौ पन्नों के सुसाइड नोट में लगाए गए विस्फोटक आरोपों पर कार्रवाई करने के लिए राज्य प्रशासन पर बढ़ते दबाव के बीच, गुरुवार को बाद में एक कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति होने की संभावना है। हालांकि, इस संबंध में अभी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि एसपी नरेंद्र बिजारनिया, जिनका नाम एफआईआर में दर्ज लोगों में शामिल है, का भी व्यापक फेरबदल के तहत तबादला होने की संभावना है।
हालांकि डीजीपी कार्यालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई है, लेकिन वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा कि मामले की कानून के अनुसार जांच की जाएगी। 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार का हरियाणा पुलिस में एक लंबा और प्रतिष्ठित करियर रहा। इनके निधन ने राज्य के पुलिस पदानुक्रम में कार्यस्थल पर उत्पीड़न और जवाबदेही पर चर्चा को फिर से हवा दे दी है।ustice For Puran Kumar | Puran Kumar Death | ADGP Puran Kumar Suicide Case Justice For Puran Kuma