Advertisment

ऐसे बनाएं खर्चे का Plan, बचत देख हो जाएंगे हैरान!

वित्तीय नियोजन के माध्यम से आपातकालीन फंड, बीमा, निवेश और रिटायरमेंट प्लानिंग से आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करें, जो आपके और परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है।

author-image
Ajit Kumar Pandey
FINANCIAL PLANNING
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । आज के अनिश्चित दौर में, जहां नौकरी की स्थिरता और आर्थिक स्थिति हर पल बदल रही है, वित्तीय नियोजन (Financial Planning) हर व्यक्ति के लिए एक अनिवार्य कदम बन गया है। नौकरी छूटने, अप्रत्याशित खर्चों, या रिटायरमेंट जैसे हालातों में वित्तीय सुरक्षा ही आपको आत्मविश्वास दे सकती है।

Advertisment

यह कहानी आपको बताएगी कि कैसे सही वित्तीय रणनीतियों-आपातकालीन फंड, बीमा, निवेश, और रिटायरमेंट प्लानिंग के साथ आप अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। आइए, इस यात्रा को शुरू करते हैं, जिसमें हम आंकड़ों और तथ्यों के साथ आपको एक सुनियोजित भविष्य की राह दिखाएंगे।

नौकरी की सुरक्षा: अनिश्चितता के दौर में तैयार रहें

2024 में भारत में बेरोजगारी दर 7.8% थी (सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार), जो दर्शाता है कि नौकरी की स्थिरता अब पहले जैसी नहीं रही। प्राइवेट सेक्टर में छंटनी और स्टार्टअप्स में फंडिंग की कमी ने कई लोगों को आर्थिक संकट में डाला। ऐसे में, वित्तीय नियोजन का पहला कदम है—आपातकालीन फंड।

Advertisment

आपातकालीन फंड: आपका वित्तीय कवच

आपातकालीन फंड वह राशि है, जो आपको अप्रत्याशित परिस्थितियों जैसे नौकरी छूटने, मेडिकल इमरजेंसी, या अन्य खर्चों के लिए तैयार रखती है। विशेषज्ञों के अनुसार, आपके मासिक खर्च का 6-12 महीने का आपातकालीन फंड होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपका मासिक खर्च 50,000 रुपये है, तो आपका फंड 3-6 लाख रुपये का होना चाहिए।

कैसे शुरू करें?

Advertisment
  • हर महीने अपनी आय का 10-20% बचाएं।
  • इसे हाई-यील्ड सेविंग्स अकाउंट या लिक्विड म्यूचुअल फंड में रखें, जहां 6-7% रिटर्न मिल सकता है।
  • 2025 में, भारत में लिक्विड फंड्स ने औसतन 6.5% रिटर्न दिया (AMFI डेटा)।

राहुल, एक 32 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर, ने 2023 में अपनी नौकरी खो दी। लेकिन उनके 8 लाख रुपये के आपातकालीन फंड ने उन्हें 10 महीने तक बिना तनाव के नई नौकरी ढूंढने में मदद की। यह कहानी हमें सिखाती है कि सही समय पर बचत कितनी महत्वपूर्ण है।

बीमा: जोखिमों से सुरक्षा

Advertisment

भारत में केवल 23% लोग स्वास्थ्य बीमा और 15% लोग टर्म इंश्योरेंस रखते हैं (IRDAI 2024 डेटा)। बिना बीमा के, एक मेडिकल इमरजेंसी आपकी सारी बचत खत्म कर सकती है।

स्वास्थ्य बीमा: 5-10 लाख रुपये का कवर लें। 2025 में, एक परिवार के लिए प्रीमियम औसतन 15,000-25,000 रुपये सालाना है।

टर्म इंश्योरेंस: आपकी वार्षिक आय का 10-15 गुना कवर चुनें। उदाहरण के लिए, 10 लाख की आय पर 1-1.5 करोड़ का कवर। प्रीमियम 10,000-20,000 रुपये सालाना हो सकता है।

सोहन, एक 40 वर्षीय व्यवसायी, ने 2024 में कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर 3 लाख रुपये का खर्च उठाया। उनके स्वास्थ्य बीमा ने 90% खर्च कवर किया, जिससे उनकी बचत सुरक्षित रही।

निवेश: धन को बढ़ाएं, भविष्य को संवारें

निवेश के बिना, आपकी बचत मुद्रास्फीति (Inflation) के सामने कमजोर पड़ सकती है। भारत में 2024 में मुद्रास्फीति दर 5.5% थी (RBI डेटा), यानी आपकी बचत की क्रय शक्ति हर साल घट रही है।

म्यूचुअल फंड्स: इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लंबी अवधि (5-10 साल) के लिए निवेश करें। पिछले 10 सालों में, इक्विटी फंड्स ने औसतन 12-15% रिटर्न दिया (AMFI डेटा)।

SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान): हर महीने 5,000 रुपये का SIP 10 साल में 12% रिटर्न के साथ 13 लाख रुपये तक बढ़ सकता है।

PPF और NPS: सुरक्षित निवेश के लिए PPF (7.1% रिटर्न) और NPS (10-12% रिटर्न) चुनें।

अंजलि, एक 28 वर्षीय शिक्षिका, ने 2018 में 3,000 रुपये मासिक SIP शुरू किया। 2025 तक, उनका निवेश 3.5 लाख रुपये तक पहुंच गया, जो उनकी शादी के खर्च के लिए पर्याप्त था।

रिटायरमेंट प्लानिंग: सुनहरा भविष्य

भारत में औसत आयु 70 साल है, लेकिन रिटायरमेंट 60 साल की उम्र में हो जाती है। इसका मतलब है, आपको कम से कम 10-15 साल के लिए फंड चाहिए। 2025 में, रिटायरमेंट के लिए 2-3 करोड़ रुपये का कोष आदर्श माना जाता है।

NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम): हर महीने 10,000 रुपये का निवेश 30 साल में 12% रिटर्न के साथ 3.5 करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।

EPF (कर्मचारी भविष्य निधि): 8.15% रिटर्न के साथ यह सुरक्षित विकल्प है।

रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स: 60% इक्विटी और 40% डेट फंड्स में निवेश करें।

मोहन, एक 50 वर्षीय सरकारी कर्मचारी, ने NPS और EPF में नियमित निवेश किया। 2025 में रिटायर होने पर उनके पास 1.8 करोड़ रुपये का कोष था, जो उन्हें मासिक 80,000 रुपये की आय दे रहा है।

वित्तीय अनुशासन: छोटे कदम, बड़े परिणाम

वित्तीय नियोजन का आधार है अनुशासन। हर महीने अपनी आय का 50% खर्च, 30% निवेश, और 20% बचत के लिए रखें। बजट बनाएं और अनावश्यक खर्चों से बचें।

बजटिंग ऐप्स: Moneycontrol या Walnut जैसे ऐप्स से खर्च ट्रैक करें।

ऋण प्रबंधन: हाई-इंटरेस्ट लोन (जैसे क्रेडिट कार्ड) को जल्दी चुकाएं। 2024 में, क्रेडिट कार्ड लोन की ब्याज दर 36-48% थी।

आज से शुरू करें, कल को सुरक्षित करें

वित्तीय नियोजन कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। यह छोटे-छोटे कदमों, जैसे आपातकालीन फंड बनाना, बीमा लेना, निवेश शुरू करना, और रिटायरमेंट की योजना बनाना, से शुरू होता है। राहुल, सोहन, अंजलि, और मोहन की कहानियां हमें सिखाती हैं कि सही समय पर लिया गया एक छोटा सा कदम आपके भविष्य को बदल सकता है।

2025 में, जब आर्थिक अनिश्चितता अपने चरम पर है, यह समय है कि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राथमिकता दें। तो, आज ही अपने आपातकालीन फंड के लिए 5,000 रुपये बचाएं, एक SIP शुरू करें, या अपने बीमा की समीक्षा करें। आपका भविष्य आपका इंतजार कर रहा है!

Financial Planning Tips 2025 | 

Advertisment
Advertisment