कानपुर,वाईबीएन संवाददाता।
मौके पर ही समस्या का निस्तारण कराने को लेकर आम लोगों के बीच लोकप्रिय होते जा रहे जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में आई एक बीमार महिला के उपचार का इतंजाम फोन पर ही करा दिया। जिलाधिकारी के कहने पर एक नर्सिंग होम ने महिला का निशुल्क उपचार करने की हामी भर दी। काफी समय से चल रही बीमारी का कुछ समय में ही उपचार होने की बात सुन महिला व उसके साथ पहुंचे लोग तथा यहां मौजूद अन्य फरियादी भी काफी खुश रहे।
आठ महीने से लगा रही थी सरकारी अस्पतालों के चक्कर
कानपुर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा आज कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई की गई। जनसुनवाई के दौरान हरदेव नगर, बर्रा निवासी बृजेश कुमार ने अपनी बहू रमिता कुमारी के इलाज़ के संबंध में जिलाधिकारी के समक्ष गुहार लगाई।उनका कहना था कि वह मूलतः बिहार की रहने वाली उनकी बहू को दोनों कानों से सुनाई नहीं देता है तथा उन्होंने 8 महीने से कई सरकारी अस्पतालों की दौड़ लगाई परंतु उनके बहू की समस्या का हल नहीं निकाला जा सका। उन्होंने प्रार्थी ने यह भी कहा कि सरकारी अस्पताल वाले प्रार्थी को इलाज करने के बजाय किसी प्राइवेट संस्थान में इलाज कराने की बात कही।
निजी चिकित्सालाय के डायरेक्टर से की डीएम ने बात
इस पर जिलाधिकारी श्री जितेंद्र प्रताप सिंह ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए दूरभाष पर एक निजी चिकित्सालय के डायरेक्टर से बात करके रमिता की समस्या का निवारण करने की गुजारिश की। इस पर डायरेक्टर ने सहमति व्यक्त करते हुए प्रार्थी को अपने हॉस्पिटल में बुलाया और उसका इलाज निशुल्क करना प्रारम्भ कर दिया।वहीं, जनसुनवाई के दौरान जनपद के कुली बाजार निवासिनी स्नेहा ने अपनी माता अनीता देवी की मृत्यु के पश्चात जुलाई 2024 से मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाने की शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित को मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए तत्पश्चात 1 घंटे में मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया गया।
जनसुनवाई के दौरान कई मामलों का किया तुरंत निस्तारण
"मेरी बहू दोनों कानों से नहीं सुन सकती है इसलिए मैं और मेरा परिवार इस बात के लिए कई महीनो से चिंतित और प्रयासरत थे और आज जिलाधिकारी को समस्या बताते ही उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर हमारी मदद की, जिसके लिए हम उन्हें आभार व्यक्त करते हैं ।"
- बृजेश कुमार, रमिता कुमारी के ससुर