कानपुर, वाईबीएन संवाददाता। बिधनू सीएचसी में जिस बुजुर्ग को उपचार कराने के बहाने भर्ती कराकर उसके बेटी-दामाद छोड़कर चले गए थे हैलट अस्पताल के डाक्टरों ने उसे अपना लिया। डाक्टर इस बुजुर्ग का उपचार करने के साथ ही उसकी सेवा भी कर रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर यह खबर सुर्खियों में आने के बाद जानकारी मिलने पर बुजुर्ग का दामाद हैलट अस्पताल पहुंच गया और उपचार करने के साथ ही तीमारदारी भी करने पर डाक्टरों को धन्यवाद दिया।
दवा लाने के बहाने सीएचसी में छोड़ गए थे
बिधनू में एक बुजुर्ग को उसके परिजन हॉस्पिटल में भर्ती करा वहाँ से दवा लेने के बहाने भाग निकले, काफी देर तक ज़ब परिजन नहीं आए तो डॉक्टरों ने उन्हें एंबुलेंस से हैलट हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया, जहां उनका उपचार चल रहा है, वहीं शुक्रवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने पर उनकी बेटी और दामाद हैलट अस्पताल पहुंचे।
सीएचसी में बिगड़ने लगी थी बुजुर्ग की हालत
कानपुर, बिधनू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को एक (65) वर्षीय बुजुर्ग को उनकी बेटी और दामाद इलाज के लिए लेकर आए थे। दोनों दवा लेने के बहाने बाहर गए और फिर वापस नहीं लौटे। बुजुर्ग काफी देर तक अस्पताल में दर्द से तड़पते रहे। जिसके बाद सीएचसी के डॉक्टर और स्टाफ ने उन्हें इलाज के बाद हैलट रेफर कर दिया था। रेफर करने से पहले डॉक्टर उनके परिजनों की काफ़ी तलाश करते रहे मग़र कोई नहीं मिला और बुजुर्ग की हालत बिगड़ने लगी।
लिवर की बीमारी से हालत हुई गंभीर
पनकी निवासी दीपक प्राइवेट नौकरी करते हैं। 4 साल पहले गोविंद नगर निवासी पूजा से विवाह हुआ था। इसके बाद से दीपक के ससुर सुरेश कुमार (65) बेटी के ससुराल में ही रहने लगे थे। दीपक ने बताया कि ससुर सुरेश कुमार गोविंद नगर में किराए के घर में रहते थे, लेकिन लिवर खराब हो जाने के कारण कई सालों से वह हमारे घर पर पनकी में रहने लगे थे। बुधवार को बिधनू गांव नरसिंघ सिंह ससुर को दवा दिलाने के लिए बिधनू CHC ले गए थे। वहां पर ससुर को यह कह कर छोड़ दिया कि तुम दवां लो हम गेंहू की कटाई कराकर आते हैं। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी तो डॉक्टरों ने 108 एंबुलेंस से उन्हें हैलट रेफर कर दिया।
सोशल मीडिया से हुई जानकारी
कानपुर, दीपक ने बताया कि देर रात तक ससुर घर नहीं पहुंचे तो हम लोग सीएचसी गए। वहां पता चला कि उर्सला भेजे गए है। रात में भी उर्सला पहुंचे तो पता चला कि वहां पर भी कोई नहीं हैं। इसके बाद अख़बार और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी हुई की पिता जी हैलट हॉस्पिटल में भर्ती है तो अपने रिश्तेदारों को लेकर वहाँ पहुंचे और डॉक्टरों को पूरी घटना बताई।
गंभीर अवस्था में आए थे हैलट
कानपुर,मरीज जब एबुलेंस से हैलट इमरजेंसी पहुंचा तो उसकी हालत काफी गंभीर थी। मेडिसिन विभाग की डॉ. रीना सिंह के अंडर में मरीज को तुरंत भर्ती किया गया। इसके बाद डॉ. अर्पित मिश्रा, डॉ. शिवानी, डॉ. अलंक्रिता और डॉ. हर्ष ने बुजुर्ग का इलाज किया।
जानकारी होने पर प्रिंसिपल भी मौके पर पहुंचे
कानपुर,जानकारी होने पर मरीज के पास पहुँचे प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने बताया कि मरीज को लिवर की समस्या थी और वह बेहोशी की हालत में था। अगर थोड़ी देर और हो जाती तो शायद मरीज की जान पर भी आ सकती थी।