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kanpur news_ गौरैया संरक्षण को मिला विधानसभा अध्यक्ष का समर्थन निशुल्क बटवाएंगे सौ घोसले

कानपुर में गौरैया संरक्षण अभियान को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने खुला समर्थन किया है। गौ-गौरैया संरक्षण समिति ने आज गौ गौरैया संरक्षण अभियान के तहत विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना

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Saras Bajpai
गौरैया संरक्षण

गौरैया संरक्षण के तहत विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को घोसला भेंट करते संस्था के पदाधिकारीष Photograph: (बाईबीएन न्यूज नेटवर्क)

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 वाईबीएन संवादताता।

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कानपुर में गौरैया संरक्षण अभियान को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने खुला समर्थन किया है। गौ-गौरैया संरक्षण समिति ने आज गौ गौरैया संरक्षण अभियान के तहत विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से उनके निवास स्थान पर भेंट करते हुए उन्हें घोंसला और चिड़िया के लिए दाना पानी स्टैंड भेंट दिए । संस्था के प्रयासों को देखते हुए सतीश महाना ने उनका समर्थन किया और संस्था को 100 घोंसले बना कर देने को कहा जिसका भुगतान वह अपने पास से संस्था को करेंगे और फिर इन घोंसलों को निशुल्क क्षेत्र में बनता जाएगा ।

 

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विधानसभा अध्यक्ष को भेंट किया घोसला व दाना पानी स्टैंड

 

समिति के अध्यक्ष मनीष पांडे ने बताया कि कानपुर चकेरी स्थित शिवकटरा मोड़ पर पक्षियों का संरक्षण करने वाली गौ-गौरैया संरक्षण समिति ने आज गौरैया संरक्षण अभियान के तहत चलाए जा रहे अपने अभियान के अंतर्गत विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अपने संरक्षण अभियान के बारे में उन्हें अवगत कराया और एक घोंसला और दाना पानी स्टैंड भेंट किया । महाना जी ने संस्था को क्षेत्र में निःशुल्क बांटने के लिए उन्हें 100 घोंसले बना कर देने को कहा है । मनीष पांडे ने इसके साथ ही बताया कि उनकी संस्था गौ-गौरैया संरक्षण समिति निरंतर पशु- पक्षी, पर्यावरण एवं जन मानव कल्याण के लिए निरंतर समाज में काम करती है। आम जनमानस से मिल कर वह उन्हें संकल्प दिलाते हुए पक्षियों को दाना पानी देने की अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन करने के लिए भी प्रेरित करते है ।

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गौरैया संरक्षण के लिये आम लोगों को किया जा रहा जागरूक

 

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मनीष पांडे ने आगे बताया कि पिछले कई सालों से उनकी संस्था के लोग गौरैया चिड़िया के संरक्षण का काम मिल कर कर रहे है। पिछले 2 सालों में समय-समय पर गौरैया के घोसले वितरित करने का काम अलग-अलग स्थानों पर किया जाता रहा है। गौरैया चिड़िया को संरक्षित करने के लिए भी आम जनता को जागरूक करने का काम संस्था द्वारा किया जाता है। गर्मी के मौसम में पशु पक्षियों को पानी खाना की व्यवस्था कराना हर इंसान की जिम्मेदारी है। इसे सभी को पूरा करना चाहिए। किसी जीव के लिए दाना पानी की व्यवस्था करना इससे बड़ी इंसानियत और कोई नहीं हो सकती ।

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