बिहार की सियासत में नए मोड़ के साथ चुनावी घमासान तेज हो गया है।
महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है, जिससे विपक्षी महागठबंधन ने स्पष्ट संदेश दिया कि 2025 में उनकी सत्ता हासिल करने की तैयारी पूरी है। तेजस्वी यादव के नाम का चुनाव पार्टी की रणनीति और बिहार के जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर किया गया है। उनका युवा नेतृत्व और जमीन पर पकड़ महागठबंधन के लिए बड़ा फायदा साबित हो सकता है।
वहीं, एनडीए अभी तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर स्पष्ट नहीं है। नीतीश कुमार के नाम पर भरोसा दोबारा जताने या नए विकल्प तलाशने को लेकर पार्टी अंदरूनी रूप से असमंजस में है। इस स्थिति में चिराग पासवान ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “अब समय दूर नहीं जब हम बिहार के मुख्यमंत्री होंगे।” उनका यह ऐलान 2030 के लिए उनके राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं और पार्टी के अंदरूनी रणनीति को दर्शाता है।
राजनीति विश्लेषक दीपक गौड़ के मुताबिक, चिराग पासवान के बयान से यह संकेत भी मिलता है कि BJP और NDA भविष्य में गठबंधन में उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बना सकते हैं। NDA की अंदरूनी रणनीति अब यही है कि बिहार में सीटों और उम्मीदवारों के समीकरण के साथ साथ भविष्य के नेतृत्व की संभावनाओं को भी जिंदा रखा जाए। ऐसे में 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि भविष्य के राजनीतिक नक्शे का भी निर्धारण करेगा। bihar election 2025
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us