बोमन ईरानी की यात्रा
बॉलीवुड में एक साधारण कर्मचारी से लेकर एक प्रसिद्ध अभिनेता बनने तक का सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि दिल को छू लेने वाला भी है। उन्होंने अपने जीवन के इस अद्भुत बदलाव को साझा करते हुए कहा कि मैं बहुत भावुक हूं और यह भी माना कि उनके जीवन का यह पूरा चक्र अब पूरा हुआ है।
जहां देते थे रूम सर्विस, वहां बने मुख्य अतिथि
बोमन ईरानी ने हाल ही में ताज कोलाबा के उस होटल के बारे में बताया कि जहां उन्होंने अपनी जिदगी के शुरुआती दिनों में रूम सर्विस में काम किया था। उन्होंने कहा कि मैं यहां 1979 में काम करता था, ये गलियारे ये दीवारें यह सब मेरे लिए बहुत खास हैं। वह हंसते हुए कहते हैं कि मैं यहां ट्रे, चाय, कॉफी, खाना और नाश्ता ले जाता था और इसने मुझे अनुशासन और कड़ी मेहनत सिखाई। उन्होंने यह भी कहा कि इन अनुभवों ने उन्हें यह सिखाया कि जीवन में कुछ भी आसान नहीं होता और आपको अपने प्रयासों के लिए मेहनत करनी होती है। जब वह उसी ताज होटल में एक सम्मानित अतिथि के रूप में लौटे तो उन्हें अपने कठिन और संघर्ष के दिन याद आ गए। उन्होंने सोशल मीडिया के एक्स पर एक वीडियो के जरिए अपने फैंस को बताया कि मैं ताज कोलाबा में एक शो करने आया हूं और उन्होंने मुझे एक शानदार सुइट दिया है। मुझे गर्व है कि मेरी जिंदगी ने यह पूरा चक्र पूरा किया है। इस दौरान बोमन ईरानी भावुक भी नजर आए।
कोई काम छोटा नहीं होता और कोई सपना बड़ा नहीं होता
वहीं उद्योगपति हर्ष गोयनका ने उनकी इस यात्रा को बेहद प्रेरणादायक बताया। उन्होंने बोमन की यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि ताज महल होटल में वेटिंग से लेकर उनकी सम्मानित अतिथि बनने तक का सफर यह साबित करता है कि कोई भी सपना बहुत बड़ा नहीं होता और कोई शुरुआत छोटी नहीं होती। इस पर बोमन ने विनम्रता से जवाब दिया, "आपके दयालु शब्दों के लिए मैं आभारी हूं, यह पल मेरे लिए और भी खास बना देता है। बोमन ईरानी की यह यात्रा केवल उनके अभिनय के लिए नहीं, बल्कि उनके संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास का प्रतीक बन चुकी है। वह आज भी अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहते हैं, "मुझे गर्व है कि मैं आज यहां हूं, और जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है।"
बोमन ईरानी का बॉलीवुड सफर
बोमन ईरानी ने बॉलीवुड में अपनी पहली मुख्य भूमिका फिल्म 'लेट्स टॉक' (2002) से शुरू की थी और तब तक वह एक वेटर के रूप में काम करते थे। उनके लिए यह फिल्म एक बड़ा कदम था और इसके बाद उन्होंने कई शानदार भूमिकाएं निभाईं, जिनमें 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' (2003), 'खोसला का घोसला' (2006), और '3 इडियट्स' (2009) जैसी फिल्में शामिल हैं। आज 65 वर्षीय बोमन ईरानी एक फोटोग्राफर, थिएटर अभिनेता, फिल्म अभिनेता, विज्ञापन फिल्म अभिनेता, लेखक और निर्देशक हैं।