/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/03/GwufKUjT5PNYqGYxaymO.jpg)
CRIME STORY
लंदन के एक आलीशान अपार्टमेंट में रहने वाला झेनहाओ झोउ बाहर से एक सभ्य, पढ़ा-लिखा और आकर्षक युवक लगता था। लेकिन उसकी असली पहचान एक सीरियल रेपिस्ट की थी, जिसने 50 से ज्यादा महिलाओं को अपना शिकार बनाया। उसके अपराधों का दायरा चीन से लेकर लंदन तक फैला हुआ था, और अब जब उसका खौफनाक राज़ खुला, तो दुनिया सन्न रह गई।
एक शातिर दिमाग का खेल: कैसे फंसाता था शिकार ?
Crime | crime latest story | Brutal Crime Stories : झोउ महिलाओं को डेटिंग ऐप्स के जरिए अपने जाल में फंसाता था। वह पहले उनसे दोस्ती करता, फिर लक्ज़री डिनर और पार्टियों का लालच देकर उन्हें अपने घर बुलाता। वहां वह उन्हें नशीले पदार्थ मिले ड्रिंक्स पिलाता, और फिर... उनकी बेहोशी का फायदा उठाता।
पुलिस को मिले चौंकाने वाले सबूत
- उसके फ्लैट से नशीली दवाएं और शराब के स्टॉक बरामद हुए।
- 1600 घंटे से ज्यादा की वीडियो फुटेज मिली, जिसमें वह असहाय महिलाओं का शोषण करता दिख रहा था।
- एक वीडियो में पीड़िता रोते हुए कहती है, "मुझे जाने दो!", लेकिन झोउ जवाब देता है कि "यहां कोई तुम्हारी चीख नहीं सुनेगा... यह पूरा कमरा साउंडप्रूफ है।"
चीन से लंदन तक: एक खतरनाक सफर
जन्म: चीन के ग्वांगडोंग प्रांत में।
2015: 20 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए उत्तरी आयरलैंड गया।
2019: यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) में मास्टर्स करने आया, और फिर पीएचडी शुरू की।
2023-2025: इस दौरान उसने लंदन और चीन दोनों जगहों पर महिलाओं को निशाना बनाया।
पुलिस की जांच: और भी मामले सामने आ सकते हैं
5 मार्च 2025 को झोउ को 10 महिलाओं के साथ रेप का दोषी ठहराया गया। लेकिन पुलिस को 50+ पीड़िताओं के सबूत मिले हैं। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार, यह केस ब्रिटेन के सबसे बड़े यौन अपराधों में से एक हो सकता है। अब चीनी पुलिस के साथ मिलकर जांच चल रही है, क्योंकि झोउ के चीन में भी शिकार हो सकते हैं।
क्या यह केस "द टेल ऑफ द डेविल डॉक्टर" जैसा है ?
इस मामले ने लोगों को "टेल ऑफ द डेविल डॉक्टर" (चीन का एक कुख्यात सीरियल किलर केस) की याद दिला दी है। क्या झोउ भी एक हाई-प्रोफाइल साइकोपैथ था, जिसने अपनी पढ़ाई का इस्तेमाल अपराधों को अंजाम देने में किया?
अब क्या होगा ?
- झोउ को आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
- पुलिस और पीड़िताओं की तलाश कर रही है।
- इंटरपोल भी इस मामले में शामिल हो सकता है।
निष्कर्ष: एक मनोरोगी का अंत ?
झेनहाओ झोउ का मामला साबित करता है कि खतरनाक अपराधी किसी भी रूप में हो सकते हैं- चाहे वह एक पीएचडी छात्र ही क्यों न हो। अब सवाल यह है: क्या उसके और भी शिकार हैं? क्या यह सिलसिला अभी खत्म हुआ है?