/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/31/om7Y7i3f00bytL2i6H3R.jpg)
JUNK FOOD
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
JUNK FOOD
मैक्सिको सरकार ने देश में बढ़ते मोटापे और डायबिटीज की समस्या को कम करने के लिए स्कूलों में जंक फूड की बिक्री पर रोक लगा दी है। इसके तहत स्कूलों में मीठे जूस, पैकेट वाले चिप्स, कृत्रिम सूअर के छिलके और मसालेदार सोया-युक्त मूंगफली जैसे प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। यह नियम 29 मार्च से लागू हो गया है।
मैक्सिको सरकार का कहना है कि यह कदम देश में तेजी से बढ़ते मोटापे और डायबिटीज की समस्या को कम करने के लिए जरूरी था। शिक्षा मंत्रालय ने इस नियम को लागू करने की घोषणा करते हुए एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, ‘अलविदा, जंक फूड! माता-पिता से भी अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को घर पर ताजा और पौष्टिक खाना देने की आदत डालें।’
मैक्सिको सरकार स्कूलों में हेल्दी ईटिंग को बढ़ावा देने के लिए एक योजना बना रही है। इसके तहत स्कूलों को अब उन सभी खाद्य पदार्थों को धीरे-धीरे हटाना होगा जिनमें ज्यादा नमक, चीनी, कैलोरी या वसा होती है। खासतौर पर वे चीजें जिन पर काले चेतावनी लेबल लगे होते हैं, उन्हें पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।
मैक्सिको ने 2020 में भी ये लेबलिंग सिस्टम लागू किया था, ताकि लोग अनहेल्दी खाने के खतरों को समझ सकें। नए नियमों के तहत, स्कूलों में बच्चों के लिए अब बीन टैकोस (राजमा से भरी टॉर्टिला) जैसे सेहतमंद विकल्प रखे जाएंगे और उनके लिए साफ और सादा पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा।
मैक्सिको की सार्वजनिक स्वास्थ्य सचिव, मारियो डेलगाडो ने कहा कि नए स्कूल सिस्टम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस नीति को लागू करने में माता-पिता का पूरा समर्थन मिल रहा है। साथ ही माता-पिता से बच्चों को स्वस्थ भोजन खिलाने की अपील की।
यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार, लैटिन अमेरिका में मैक्सिकन बच्चे सबसे ज्यादा जंक फूड खाते हैं, जिससे उनमें मोटापा और अन्य बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इस समस्या को कम करने के लिए सरकार ने यह सख्त कदम उठाया है।
भारत में भी जंक फूड का सेवन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर बच्चों और युवाओं में। इससे मोटापा, डायबिटीज और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। भारत सरकार ने भी जंक फूड के सेवन को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि स्कूलों में हेल्दी खाने को बढ़ावा देना और जंक फूड पर टैक्स लगाना। हालांकि, अभी भी इस समस्या को कम करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।