Advertisment

NASA's shocking revelation: 15 साल में धरती से गायब हुई भारत के आकार जितनी बर्फ!, खतरे में इंसानी वजूद

नासा और NSIDC की शोध के अनुसार, पिछले वर्षों में पृथ्वी के ध्रुवों पर भारत के आकार जितनी बर्फ पिघल चुकी है, जिससे इंसानों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।

author-image
Ajit Kumar Pandey
Antarctic

Antarctic

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।

NASA और नेशनल स्नो एंड आइस डेटा सेंटर (NSIDC) के ताजा शोध ने एक डरावनी सच्चाई उजागर की है, पृथ्वी के ध्रुवों पर लाखों वर्ग किलोमीटर की समुद्री बर्फ सिर्फ 15 साल में पिघलकर गायब हो गई है! NASA ने जारी किए गए एक चेतावनी में यह कहा है कि कैसे आर्कटिक और अंटार्कटिका में बर्फ की चादर तेजी से सिकुड़ रही है।

कितनी बर्फ पिघली? आंकड़े चौंकाने वाले!

  • आर्कटिक में बर्फ 2010 के मुकाबले 13 लाख वर्ग किमी कम!
  • अंटार्कटिका में 30% बर्फ गायब!
  • भारत के क्षेत्रफल (32.8 लाख वर्ग किमी) के दो-तिहाई जितनी बर्फ पिघली!

आर्कटिक की हालत सबसे खराब

NASAUpdate | 2024 में, आर्कटिक में समुद्री बर्फ का अधिकतम विस्तार 5.53 मिलियन वर्ग मील (143 लाख वर्ग किमी) दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। 2017 में यह 5.56 मिलियन वर्ग मील था, लेकिन अब यह और भी कम हो गया है।

अंटार्कटिका भी पीछे नहीं

1 मार्च 2024 तक, अंटार्कटिका में बर्फ का विस्तार 7.64 लाख वर्ग मील (19.8 लाख वर्ग किमी) रह गया, जो 2010 से पहले के सामान्य स्तर (28 लाख वर्ग किमी) से 30% कम है।

क्यों खतरनाक है बर्फ का पिघलना?

Advertisment

समुद्री बर्फ पृथ्वी के इकोसिस्टम को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाती है:

✔ सूरज की किरणों को परावर्तित करके ग्लोबल वार्मिंग कम करती है।

✔ ध्रुवीय जीवों जैसे पेंगुइन, ध्रुवीय भालू और सील के लिए जीवनदायी है।

✔ समुद्र के स्तर को नियंत्रित करती है।

वैज्ञानिकों की चेतावनी

NASA के वैज्ञानिक लिनेट बोइसवर्ट का कहना है कि "हम अगले कुछ वर्षों में और भी कम बर्फ देखेंगे। यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।"

NSIDC के वॉल्ट मायर ने कहा...

"अभी स्पष्ट नहीं है कि यह स्थायी परिवर्तन है या अस्थायी, लेकिन यदि यही रुझान रहा, तो समुद्र का स्तर बढ़ने से तटीय शहरों को खतरा हो सकता है।"

NASA द्वारा जारी वीडियो

Advertisment

NASA के वीडियो में 2009 से 2024 तक ध्रुवीय बर्फ के सिकुड़ते क्षेत्र को दिखाया गया है। यह देखकर लगता है मानो धरती का सफेद आवरण गायब हो रहा हो!

क्या कर सकते हैं हम?

  • कार्बन उत्सर्जन कम करें।
  • प्लास्टिक का उपयोग घटाएं।
  • जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाएं।

क्या हम बर्फ रहित धरती की ओर बढ़ रहे हैं? NASA के आंकड़े बताते हैं कि ध्रुवीय बर्फ तेजी से पिघल रही है, और यदि यही रफ्तार रही, तो आने वाले दशकों में समुद्र का स्तर खतरनाक ढंग से बढ़ सकता है।

Advertisment

क्या आपको लगता है कि मानवता इस संकट को रोक पाएगी? कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं!

NASAUpdate nasa
Advertisment
Advertisment