शस्कानपुर, वाईबीएन संवाददाता।
कानपुर बार एसोसिएशन हाल में आयोजित भगवान परशुराम जयंती समारोह में कहा गया कि भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र के प्रकांड ज्ञाता और भगवान विष्णु के छठवें अवतार थे उन्हे भगवान विष्णु का उग्र अवतार भी कहा जाता है आज हम उनका जयंती समारोह मना रहे है।
बच्चों को शिक्षित व संस्कारी बनाने के साथ ही साहसी भी बनाएं
कार्यक्रम में सबसे पहले लायर्स एसोसिएशन के महामंत्री अभिषेक तिवार ने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर की। उन्होंने कहा कि हम सभी को भगवान परशुराम के आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिये वह शस्त्र व शास्त्र दोनों के जानकार थे मतलब साफ है कि ब्राह्मण समाज के लोगों को अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा भी दिलानी चाहिये और इस बात का भी ध्यान रखना चाहिये की बच्चों को इतना शक्तिशाली बनाएं कि वह किसी के अत्याचार को सहने के बजाए उसका मजबूती से जवाब दें।
अधर्म के विनाश के लिये हमेशा रहें तैयार
कार्यक्रम संयोजक पंडित रवीन्द्र शर्मा (पूर्व अध्यक्ष लॉयर्स एसोसिएशन) ने कहा कि भगवान परशुराम का अवतरण धर्म की स्थापना और अधर्म के विनाश के लिए हुआ था शंकर भगवान का शस्त्र परशु अर्थात फरसा धारण करने के कारण ही उन्हे परशुराम कहा गया। भगवान परशुराम को न्याय का देवता माना जाता है हम अधिवक्तागण न्याय व्यवस्था के अभिन्न अंग और न्यायालय के अधिकारी है हमने न्याय व्यवस्था की मजबूती के लिए न्याय के देवता भगवान परशुराम का जयंती समारोह हर्षोल्लास से बार एसोसिएशन हाल में मनाया है। सभी ने भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की अंत में मिष्ठान वितरण किया गया।
यह लोग भी रहे मौजूद
प्रमुख रूप से अजीत शुक्ला अरविंद दीक्षित गिरधर द्विवेदी प्रमोद मिश्रा सचिन अवस्थी संजीव कपूर नीरज त्रिपाठी शिवम गंगवार इंद्रेश मिश्रा प्रियम जोशी हरी शुक्ला के के यादव वीर जोशी आदि रहे।