कानपुर वाईबीएन संवाददाता।
मातृ दिवस पर रविवार को हुए स्कूल में हुए कार्यक्रम में कहा गया कि एक मां ही बच्चों को हमेशा सही शिक्षा देती है। हर बच्चे को अपनी मां की बात जरूर माननी चाहिये। मां कभी कभी बच्चे को कभी ऐसा काम करने को नहीं कहती है जिससे उसके संस्कार खराब हों और उसकी सेहत पर विपरीत असर पड़े। बच्चों को समाज में मजबूती से अपने को खड़ा करना है तो उसे अपने माता पिता की बात जरूर माननी चाहिये।
गणेश वंदना से शुरू हुआ मातृ दिवस का कार्यक्रम
श्री गुरु नारायण खत्री सरस्वती शिशु मंदिर, सिविल लाइंस में रविवार को मां की याद में मातृ दिवस समारोह मनाया गया। जिसमें कैलाश नाथ इन्टर कालेज की प्रधानाचार्या शोभा प्रकाश मौजूद रही, कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से की गई। यहां बच्चों ने मां के ऊपर खूबसूरत गीत व नृत्य प्रस्तुति किया। इस दौरान बच्चों ने देश भक्ति व भगवान शिव के भजन पर बेहतर नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों की कला प्रतिभा देखकर यहां मौजूद शिक्षक तथा बच्चों के अभिभावक ताली बजाने पर मजबूर हो गये। बच्चों ने कार्यक्रम के दौरान दादी अम्मा दादी अम्मा,तू कितनी अच्छी है तू कितनी प्यारी है, आदि गीत पर नृत्य प्रस्तुति कर आये अतिथियों को ताली बजाने पर मजबूर किया।
बच्चों की सफलता में होता है मां का सबसे बड़ा योगदान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैलाश नाथ इंटर कालेज की प्रधानाचार्य शोभा प्रकाश ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चो की सफलता में सबसे बड़ा योगदान मां का ही रहता है। मां ही बच्चो की पहली शिक्षक होती है। आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि बच्चे संस्कार भूलते जा रहे हैं। हर अभिभावक खासकर मां को चाहिये की वह बच्चों को शुरुआत से अच्छे संस्कार दें ताकि वह समाज में मजबूती खड़े रह सकें। मातृ भारती महिला समिति में अध्यक्ष जया जायसवाल व उपाध्यक्ष प्रीति गुप्ता को चुना गया। इसमें प्रमुख रूप से प्रधानाचार्या सुधा सिंह ने कहा कि बच्चो को जंक फूड़ से परहेज़ करना चाहिए। जंक फूड का सेवन करने से बच्चों की सेहत भी खराब होती हैं और बच्चे चिड़चिड़े व जिद्दी भी हो जाते हैं। बच्चों को अपनी मां का कहना जरूर मानना चाहिए। बच्चों को सही शिक्षा एक मां ही देती है।