कानपुर वाईबीएन संवाददाता।
पहलगाम में पाक परस्त आतंकियों द्वारा धर्म पूंछकर सेलानियों पर हमला कर भारत में हिंदू-मुस्लिम के बीच खटास पैदा करने मंशा तनिक भी सफल नहीं हुई। इस बात का उदाहरण शुक्रवार को उस समय देखने को मिला जब अॉपरेशन सिंदूर के बाद पड़ी पहली जुमें की नमाज के बाद मुस्लिमों ने मस्जिदों के बाहर तिरंगा लहराकर भारत माता की जय के नारे लगाए। कानपुर के मुसलमानों से दिखा दिया कि कोई भी कितना भी जतन करे, लेकिन वतन-परस्ती से मुसलमान पीछे नहीं हटेगा। शुक्रवार को शहर की एक दर्जन से ज्यादा मस्जिदों में राष्ट्र-ध्वज से मोहब्बत के इजहार के साथ-साथ भारतीय फौज और भारत सरकार के लिए जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए।
शहीदों और फौजियों के लिए नमाज के बाद दुआ
जुमा की नमाज के बाद मस्जिदों में सरहद पर मुस्तैद फौजियों के साथ-साथ वतन की रखवाली में शहीद हुए बहादुरों के लिए दुआ हुई। इसी दरमियान पठानकोट में आतंकियों की कायराना हरकत के शिकार 27 हिंदुस्तानियों के लिए फातिहा पढ़ा गया। देशभक्ति की यह खूबसूरत तस्वीर नौबस्ता की मछरिया मस्जिद, बाबूपुरवा मस्जिद, बेकनगंज में मोहम्मदी मस्जिद, नई सड़क में अशरफिया मस्जिद, कोतवाली क्षेत्र में मेस्टन रोड मस्जिद, बांसमंडी में बेबीस कंपाउडड मस्जिद, चमनगंज में चूड़ी वाली मस्जिद, तलाक मोहाल मस्जिद और अनवरगंज की दो मस्जिदों सहित कुछ अन्य इबादत स्थलों में नजर आयी। मछरिया मस्जिद में मोहम्मद इमरान की अगुवाई में जयहिंद का नारा बुलंद किया गया।
मौका मिला तो पीछे नहीं हटेगी मुस्लिम बिरादरी
चमनगंज में तिरंगे को सलामी के बाद मो. राफे ने बताया कि, देश की तरक्की और सलामती में सभी कौमों की कुर्बानियां शामिल है, इस नाते नई पीढ़ी को मौजूदा हालात में फौजियों की हौसला-आफजाई के लिए तैयार रहना है। उन्होंने कहाकि, हिंदुस्तान की बहादुर फौज ने नापाक पड़ोसी को सबक सिखा दिया है। बावजूद, जंग बढ़ने की नौबत पर भारत की फतेह और पाकिस्तान की शिकस्त के लिए दुआ की गई।
सिंदूर से लिखकर मोदी को भेजेंगी बधाई
कानपुर। 26 बेटियों की मांग का सिंदूर उजाड़ने वालों को जबरदस्त जवाब के बाद महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई संदेश भेजने का फैसला किया है। युग दधीचि देहदान संस्थान की अगुवाई में शनिवार को मोतीझील में कारगिल स्मारक के करीब तमाम महिलाएं 50 फीट लंबे बैनर पर सिंदूर से बधाई संदेश लिखकर प्रधानमंत्री को प्रेषित करेंगी। इस मौके पर विधायक नीलिमा कटियार, आईएमए अध्यक्ष डॉ. नंदनी रस्तोगी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की पौत्री नंदिता, डॉ. आरतीलाल चंदानी, अलका दीक्षित समेत मंगलामुखी महिलाएं भी मौजूद रहेंगी।।