Advertisment

हंसते-बोलते-चलते मौत : महाराष्ट्र के कॉलेज इवेंट में भाषण के दौरान 20 साल की छात्रा की हार्ट अटैक से मौत

महाराष्ट्र के धाराशिव में एक बेहद चौंकाने और स्तब्ध करने वाली खबर सामने आई है, जहां कॉलेज इवेंट के दौरान भाषण देते हुए अचानक एक लड़की को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

author-image
Mukesh Pandit
Heart Attack

कॉलेज में फेयरवेल स्पीच देती छात्रा।

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

महाराष्ट्र के धाराशिव में एक बेहद चौंकाने और स्तब्ध करने वाली खबर सामने आई है, जहां कॉलेज इवेंट के दौरान भाषण देते हुए अचानक एक लड़की को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे कुछ ही घंटे पहले ही हैदराबाद में क्रिकेट मैच के दौरान इंजीनियरिंग के छात्र की मैदान में हार्ट अटैक से मौत की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। शनिवार को मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में एक चलती बस के ड्राइवर को अचानक हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी बाइक और ईंटों के ढेर से टकरा गई। गनीमत रही कि बस में सवार यात्रियों को कोई गंभीर चोट नहीं आई। 

कार्डियक अरेस्ट
स्पीच देती छात्रा।

फेयरवेल समारोह के दौरान के दौरान स्पीच दे रही थी छात्रा

Advertisment

महाराष्ट्र के धाराशिव जिले के परांडा में स्थित आरजी  शिंदे कॉलेज में फेयरवेल समारोह के दौरान 20 वर्षीय छात्रा वर्षा खरात की अचानक मृत्यु हो गई। यह घटना 5 अप्रैल 2025 को हुई, जब वर्षा मंच पर अपनी फेयरवेल स्पीच दे रही थीं। वह हंसते-मुस्कुराते हुए अपने सहपाठियों और शिक्षकों को संबोधित कर रही थीं, लेकिन अचानक उनकी आवाज लड़खड़ाई और वह मंच पर बेहोश होकर गिर पड़ीं। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत परांडा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अचानक हृदय गति रुकना बताया कारण

Advertisment

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वर्षा की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक या अचानक हृदय गति रुकना (सडन कार्डियक अरेस्ट) हो सकता है। बताया जाता है कि उनकी आठ साल की उम्र में हार्ट सर्जरी हुई थी, लेकिन पिछले 12 वर्षों से वह पूरी तरह स्वस्थ थीं और किसी दवा या इलाज पर निर्भर नहीं थीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें वर्षा को हंसते हुए बोलते देखा जा सकता है, और फिर अचानक गिरते हुए। इस हादसे ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को, बल्कि पूरे समुदाय को स्तब्ध कर दिया है।

मौत नंबर-2, चलती बस में ड्राइवर को अचानक हार्ट अटैक से मौत

इसी तरह मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में एक चलती बस के ड्राइवर को अचानक हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी बाइक और ईंटों के ढेर से टकरा गई। यह हादसा शनिवार दोपहर को जिले के कानड़ इलाके में हुआ। गनीमत रही कि बस में सवार यात्रियों को कोई गंभीर चोट नहीं आई। स्थानीय लोगों ने तुरंत चालक को कानड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

Advertisment

गनीमत रही किसी की मौत नहीं हुई

 HEALTH | get healthy body | Health Advice | Health Awareness | Digital health care दरअसल, आगर मालवा जिले के कानड़ में निजी यात्री बस मालवा ट्रेवल्स बड़ोद से शुजालपुर जा रही थी। ये हमेशा कि तरह कानड़ बस स्टेंड से निकलकर नलखेड़ा जोड़ चौराहे के पास पहुंची थी। तभी बस चला रहे ड्राइवर रईस खा निवासी आगर मालवा को अचानक से हार्ट अटैक आ गया। अन्य यात्री कुछ समझ पाते उससे पहले ही बस अनियंत्रित हो गई। इसके बाद बस रोड के किनारे लगी होर्डिंग और बाइक से टकराई और फिर ईंट के ढेर से लगकर रुक गई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। 

मौत नंबर-03 क्रिकेट खेलते हुए स्टूडेंट की हार्ट अटैक से मौत 

हैदराबाद के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में क्रिकेट खेलते हुए स्टूडेंट की हार्ट अटैक से मौत की स्तब्ध कर देने वाली घटना सामने आई है। ऐसी अचानक मौत बेहद चिंता वाला ट्रेंड है । खासकर इसके शिकार युवा हो रहे हैं । लेकिन किसी के लिए अभी भी चर्चा का मुद्दा नहीं है। इसका वीडियो भी सामने आया है। इंजीनियरिंग कालेज में छात्र क्रिकेट खेल रहे थे, इसी दौरान फिल्डिंग करते हुए 20 वर्षीय छात्र अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ा। उसे अस्पताल ले जाया गया,जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक जानकारी में आया है कि छात्र का कार्डिकअटैक आया,ज उसकी मौत का कारण बना।...

बढ़ रहे हैं देश में कार्डिक अटैक के मामले

हाल के वर्षों में अचानक हृदय गति रुकने (सडन कार्डियक अरेस्ट) और हार्ट फेल होने से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। यह एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बनता जा रहा है, जो न केवल बुजुर्गों बल्कि युवाओं को भी चपेट में ले रहा है। हृदय गति रुकने या हार्ट फेलियर से होने वाली मौतें कई कारणों से होती हैं, जिनमें जीवनशैली, आनुवंशिकता, और पर्यावरणीय कारक शामिल हैं। 

क्यों होती है मौत

हृदय गति रुकने से अचानक मृत्यु तब होती है, जब हृदय अचानक रक्त पंप करना बंद कर देता है। यह हार्ट अटैक से अलग है, जो आमतौर पर धमनियों में रुकावट के कारण होता है। हार्ट फेलियर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हृदय शरीर की जरूरतों के अनुसार रक्त को प्रभावी ढंग से पंप नहीं कर पाता। भारत में इन दोनों स्थितियों से होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य स्वास्थ्य रिपोर्ट्स के अनुसार, हृदय रोग भारत में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। 2019 में WHO ने अनुमान लगाया था कि भारत में हृदय रोगों से होने वाली मौतें कुल मृत्यु का लगभग 28% है। इसमें से एक बड़ी संख्या  अचानक हृदय गति रुकने और हार्ट फेलियर से संबंधित है।

क्या कोविड है कार्डिक अरेस्ट के मामले की वजह

साइंस मैगजीन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 के बाद, युवाओं में हार्ट फेल और कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़े हैं। वर्ष 2022 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों में 30-45 आयु वर्ग के लोग भी शामिल हो रहे हैं। यह चिंताजनक है, क्योंकि पहले यह समस्या ज्यादातर 50 साल से ऊपर के लोगों में देखी जाती थी। विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 महामारी के बाद इस तरह की घटनाओं में वृद्धि हुई है, क्योंकि वायरस के कारण हृदय की मांसपेशियों पर लंबे समय तक असर पड़ सकता है। इसके अलावा, तनाव, खराब खान-पान, और शारीरिक निष्क्रियता जैसे कारक भी जिम्मेदार हैं।

डरावना ट्रेंड

शहरी क्षेत्रों से मिले आंकड़े डराने वाले हैं। एक आरटीआई से पता चला कि मुंबई में जनवरी से जून 2020 के बीच हार्ट अटैक से 17,880 मौतें हुईं, जो उसी अवधि में कोविड से हुई मौतों (10,289) से कहीं अधिक थीं। इसी तरह, 2016 से 2019 के बीच 30-45 आयु वर्ग में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या 6,646 से बढ़कर 7,752 हो गई। यह ट्रेंड बताता है कि समस्या तेजी से बढ़ रही है।

HEALTH get healthy body Health Advice Health Awareness Digital health care
Advertisment
Advertisment