कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मदिवस पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। हिंदुओं के लिए आज का दिन को पूजा पाठ और हर्षोलास में बीता। अयोध्या और ओरछा में श्रीराम मंदिर की तरह कानपुर स्थित रावतपुर के रामलला मंदिर से भी रामनवमी पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यहां शाम 5 बजे निकली शोभायात्रा में देवी देवताओं की झांकियां व रथ सहित हजारों की तादात में लोग भक्ति गीतों पर नाचते गाते निकले। जय जय श्रीराम के नारों से आसमान गूंजता रहा। घंटों पहले से लोग शोभायात्रा दर्शन के लिए गली मोहल्ले से निकल कर सड़क और छतों पर एकत्र हो गए। जगह जगह भक्तों ने शोभायात्रा में फूल बरसाए और श्रीराम सीता सहित लक्ष्मण की आरती उतारकर दर्शन पूजन किए। शोभायात्रा के दर्शन के लिए पलके बिछाए रामभक्तों ने जगह जगह स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं को जलपान कराया।
आकर्षण का केंद्र रहीं झांकियां
शोभायात्रा में निकाली जाने वाली झांकियां आकर्षण का केंद्र रहती हैं। श्रीराम, सीता, लक्षण, हनुमान सहित साधु संतों और वीर पुरुषों, भारत माता आदि झांकियां विशेष होती हैं। छोटे बच्चों को देवी देवताओं का रूप बनाकर झांकियों में रथ पर सवार होते हैं। लंबी कतार में चलने वाली झांकियों से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। अासमान तक गूंजायमान होने वाला श्रीराम का जयघोष श्रद्धालुओं में जोश भर रहा था।
तलवार के साथ युवतियाें ने दिखाए करतब
रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकलने के दौरान युवतियां भी तलवार लेकर ढोल नगाड़ों की थाप पर करतब दिखाती नजर आईं। वहीं युवक हाथों में लंबे बांस में लगा ध्वज-पताका लेकर चल रहे थे, जिनकी कतार काफी लंबी थी। इस दौरान जय श्रीराम के नारों से माहौल भक्ति मय हो गया। जिस रूट से शोभायात्रा निकली लोग पुष्प वर्षा करते दिखे। जगह जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया। देर शाम शोभायात्रा का राम लला मंदिर में समापन हुआ।
कई क्षेत्रों से निकली शोभा यात्रा
रामलला मंदिर में एकत्रित लोगों ने पहले श्री रामलला ठाकुर जी महाराज सहित सीता लक्ष्मण की मूर्तियां एक रथ पर सजाईं, जिसके बाद शोभायात्रा आरंभ हुई। यात्रा रामलला गेट से निकाल कर थाना रावतपुर से फिर गेट के सामने से चौरसिया मार्केट, सैयद नगर, कैलाश नगर, बर्तन गली, बकरमंडी तिराहा, गणेश नगर, नमक फैक्ट्री, गोपाल टॉवर, एम ब्लाक प्रतिष्ठा गेस्ट हाउस होते हुए राललला मंदिर सकुशल पहुंची। यहां शोभा यात्रा के सम्पन्न की घोषणा की गई।
छोटा रहा शोभायात्रा का स्वरूप
हर साल रामनवमी के मौके पर मसवानपुर बड़ा मंदिर सेवा समिति समेत कई समितियां द्वारा निकाले जाने वाली करीब 80 से 85 झांकियां इस बार शोभायात्रा में शामिल नहीं हुई। इन सभी समितियाें ने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए शोभायात्रा नहीं निकालने का ऐलान किया था। इसके चलते शोभा यात्रा के दौरान भीड़ भी काफी कम रही। महज रामलला मंदिर समिति और गरुण सेना की झाकियां ही शोभायात्रा में शामिल हुई। इससे शोभायात्रा का स्वरूप इस बार छोटा रहा।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
शानिवार रात से माहौल गर्म था, जिसकी वजह से पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर दिखा। शोभायात्रा के रूट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी नजर रखी गई और लोकल इंटेलिजेंस को भी लगाया गया। शोभा यात्रा सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस कई दिनों से तैयारी कर रही थी। अराजकतत्वों पर निगरानी के लिए क्षेत्र में पीएससी बल के साथ महाराजपुर, बिल्हौर, बिठूर, बर्रा, कल्याणपुर, काकादेव, नजीराबाद, फजलगंज थाने के प्रभारी भारी सहित पुलिस फोर्स तैनाती में लगाए गए। वहीं डीसीपी समेत आलाधिकारी भी मौजूद रह कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। शोभायात्रा में सैकड़ों पुलिस कर्मी अपने अपने प्वाइंट पर जमे रहे और साथ में भारी पुलिस बल ने शांतिपूर्ण यात्रा निकलवा कर राललला में समापन कराया।