कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
रावतपुर में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान पुलिस पर जूता उछालने से माहौल गर्म हो गया। पुलिस और शोभायात्रा में शामिल लोगों के बीच तीखी झड़प के बीच किसी ने ये हरकत कर दी। इस दौरान कुछ लोगों से धक्का मुक्की भी हुई और पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में ले लिया। भीड़ ने दोनों युवकों को पुलिस से छुड़ाने का प्रयास किया तो पुलिस बल ने खदेड़ दिया। पुलिस और लोगों के बीच एक बार फिर स्थितियां तल्ख होने लगीं लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए अफसरों ने हालात संभाले और शोभायात्रा को आगे बढ़ाया।
शोभायात्रा के दौरान पुलिस पर जूता फेंक
रावतपुर में रामनवमी पर पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत रविवार शाम करीब पांच बजे ब्रह्मदेव चौराहे के पास से शोभायात्रा गुजर रही थी। इस बीच किसी ने पुलिस पर जूता उछाल दिया। इसके बाद पुलिस और शोभायात्रा में शामिल लोगों के बीच तीखी नोकझोक हो गई। विवाद बढ़ने लगा और पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में ले लिया। इसपर भीड़ ने दोनों युवकों को पुलिस से छुड़ा लिया। इस बीच जानकारी होते ही लोगों की भीड़ आना शुरू हो गई तो पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया। इससे माहौल गर्म हो गया और युवक नारेबाजी करने लगे। लेकिन, मौके पर मौजूद अफसरों ने समझाते हुए शोभायात्रा को आगे बढ़ाया और बिगड़ते हालात संभाल लिये। इस बारे में पुलिस अफसरों से बात की गई तो स्थिति सामान्य होने की बात कही।
पहले से था पुलिस के खिलाफ रोष
जूता फेंकने के पीछे की वजह पहले से पुलिस के खिलाफ लोगों में रोष रहा। शनिवार रात ध्वज पूजन के दौरान पुलिस ने बकरमंडी ,गणेश नगर और बजरंग तिराहे समेत कई जगह से साउंड सिस्टम जब्त कर लिये थे। पुलिस का कहना था कि मानक से ज्यादा आवाज और साउंड संख्या अधिक है। कुछ लोगों ने साउंड सिस्टम जब्त करने का विरोध किया। आरोप है कि पुलिस ने उनसे अभद्रता की। इसके बाद आक्रोश बढ़ गया और लोग सड़कों पर उतर आए थे। डीसीपी वेस्ट आरती सिंह, एडीसीपी विजेंद्र द्विवेदी और एसीपी अभिषेक पांडे कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे और सभी को खदेड़ दिया था। इसपर कई हिंदूनेताओं और आयोजकों ने शोभायात्रा न निकालने की चेतावनी दी थी।
कई समितियां ने शोभायात्रा ना निकलने का किया था ऐलान
देर रात से पुलिस के खिलाफ आक्रोश पनप रहा था। पुलिस ने लगातार समितियां के साथ बैठक की और शोभायात्रा निकालने के लिए मनाने का प्रयास किया। बावजूद इसके कई समितियाें ने शोभायात्रा ना निकलने का ऐलान कर दिया। इस दौरान मसवानपुर बड़ा मंदिर के पास लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दी। लोगों का कहना था कि अभद्रता करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।