नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
नौकरी न होना, एक बड़ी चिंता का विषय है। ये व्यक्ति के लिए तनाव की स्थिति पैदा कर सकता है, लेकिन अगर उसे यह महसूस ही न हो कि आपके पास नौकरी नहीं है, तो? हां,आपने बिल्कुल सही सुना, चीन में बेरोजगारों को ये एहसास ही नहीं हो रहा है की वो बेरोजगार हैं। वहाँ बेरोजगार व्यक्ति कर्मचारी से लेकर बॉस जैसा फील कर रहे हैं। इसके लिए वो पैसे भी खर्च कर रहें हैं। इन दिनों चीन के लोग ऑफिस रेंट पर ले रहे हैं और वहां बैठकर खुद को बॉस जैसा महसूस करा रहे हैं। इसे "नकली काम" या "प्रिटेंड वर्क" कहा जा रहा है
कितना खर्च करना होगा पैसा?
चीन में बेरोजगार लोग किराए पर ऑफिस स्पेस लेकर ऐसा दिखावा करते हैं जैसे वे काम कर रहे हों। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की एक रिपोर्ट के अनुसार, केवल 30 युआन (लगभग 350 रुपये) रोजाना के खर्च पर लोग इन ऑफिस स्पेस का यूज कर रहे हैं। उत्तरी चीन के हेबेई प्रांत में एक ऑफिस स्पेस 29.9 युआन (लगभग 350 रुपये) प्रतिदिन में किराए पर मिलता है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक इस्तेमाल के साथ लंच भी शामिल है। अगर आप को बॉस जैसा फील करना है तो आपको सिर्फ 50 युआन (लगभग 590 रुपये) खर्च करने होंगे। इस रेट के ऑफिस में आप एक कुर्सी पर बैठकर "बॉस" बनने का नाटक कर सकते हैं और अपने परिवार को दिखाने के लिए फोटो भी खिंचवा सकते हैं।
कैसे हुई इसकी शुरुआत?
किराए पर वर्क स्पेस देने वाले एक मालिक ने कहा, "बड़ी कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। मेरे पास खाली ऑफिस था, तो मैंने सोचा कि इससे बेरोजगारों को रहने और जुड़ने के लिए एक जगह मिल सकती है।"
क्या है इसकी जरूरत?
इस ट्रेंड ने चीन की सोशल मीडिया पर खूब ध्यान खींचा, जहां इस पर 100 मिलियन से ज्यादा व्यूज़ आ चुके हैं। कुछ लोगों का मानना हैं कि इससे बेरोजगारों का तनाव कम होता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हांगझोउ के जियावेई नामक एक व्यक्ति ने भी कुछ ऐसी ही बात सामने रखी। जियावेई ने बताया कि, वह पहले ई-कॉमर्स में काम करता था, अपनी जॉब खोने के बाद माता-पिता के साथ रहने लगे। उसने कहा, "मैं नहीं चाहता था कि मेरा तनाव मेरे परिवार पर पड़े, इसलिए मैं अपनी पुरानी दिनचर्या बनाए रखता था ताकि उन्हें कोई शक न हो।" इस ट्रेंड से कुछ हो या न हो मगर लोगों की मेंटल हेल्थ खराब होने से बच सकती है। हालांकि इसका एक नकारात्मक पक्ष भी लोगों ने सामने रखा है कि यह असली नौकरी ढूंढने में रुकावट बन सकता है।