माले,वाईबीएन नेटवर्क।मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है। उन्होंने लगातार 15 घंटे तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जो अब तक किसी भी राष्ट्रपति द्वारा सबसे लम्बे समय तक की जाने वाली प्रेस कॉन्फेंस मानी जा रही है। राष्ट्रप्रति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया है कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जेलेंस्की ने 14 घंटे तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। हालांकि इस दौरान मुइज्जू ने नमाज पढ़ने के लिए वक्त लिया था। उन्होंने कुल 14 घंटे और 54 मिनट तक लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
राष्ट्रपति ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
राष्ट्रपति द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि "उन्होंने समाज में प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया और तथ्यात्मक, संतुलित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के महत्व पर जोर दिया।" इस सेशन के दौरान राष्ट्रपति ने पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया। बयान में यह भी बताया गया कि सत्ता में आने के बाद से देश में प्रेस की स्थिति में भी सुधार हुआ है। मुइज़ू ने रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) द्वारा प्रकाशित 2025 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों में से अपने द्वीप राष्ट्र के दो पायदान ऊपर 104वें स्थान पर पहुंचने का भी संकेत दिया। इस दौरान मालदीव के राष्ट्रपति ने कई तरह के सवालों के जवाब दिए।
पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने पानी में बैठकर की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
साल 2009 में मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने साल 2009 में पानी के अंदर बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसका मकसद समुद्री खतरे की तरफ दुनिया का ध्यान आकर्षित करना था। इस दौरान उन्होंने चिंता जताते हुए कहा था कि समुद्र का बढ़ता जलस्तर नीचले इलाकों को डूबो सकता है। आपको बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो दर्जन से अधिक पत्रकार शामिल हुए थे।
भारत को लेकर दिया विवादित बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने भारत को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिस पर वे घिरते नजर आ रहे हैं। मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने शनिवार को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत पर दिए गये बयान की आलोचना की है। राष्ट्रपति मुइज्जू से इसलिए माफी की मांग की जा रही है, क्योंकि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे भारत को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि भारत के साथ मालदीव ने जो समझौते किए हैं, उसमें कोई 'चिंता की बात' नहीं है। जिसके बाद विपक्ष का कहना है मोहम्मद मुइज्जू लगातार एंटी-इंडिया कैम्पेन चलाते रहे, भारत के खिलाफ लोगों की भावनाओें को भड़काते रहे और जनता को गुमराह करते रहे। लिहाजा मोहम्मद मुइज्जू को माफी मांगनी चाहिए।