नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
महान वैज्ञानिक सर आइजैक न्यूटन को गति के नियम और गुरुत्वाकर्षण जैसी महत्वपूर्ण खोजों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा भी न्यूटन ने कई प्रमुख खोज की और शोध पत्र लिखे। हाल ही में न्यूटन को लेकर एक अजीबो-गरीब बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने अपनी खोज में बताया है कि न्यूटन अपना शोध लिखने के लिए बीयर वाली स्याही का इस्तेमाल करते थे।
इंक में मिले बीयर के तत्व
न्यूटन के बारे में कहा जाता है कि वे घर में बनी हुई स्याही का प्रयोग करते थे। उन्होंने इसी पेन से कई महत्वपूर्ण शोध लिखे। उनका मानना था कि इस स्याही की आयु लम्बी है और ये अधिक समय तक चलेगी। रॉयल सोसाइटी के जर्नल नोट्स एंड रिकॉर्ड्स में इसको लेकर शोध भी प्रकाशित हुआ है, जिसमें बताया गया है न्यूटन जिस स्याही का इस्तेमाल करते थे उसमें 25 प्रतिशत बीयर की मात्रा पाई गई है।
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इसी स्याही से लिखे थे कई लेख
न्यूटन ने सन 1687 में फिलोसोफे नेचुरलिस प्रिंसिपिया मैथेमेटिका में गति के नियम और गुरुत्वाकर्षण के नियम को प्रकाशित करवाया है। नोवा स्कोटिया के हैलिफैक्स में डलहौजी विश्वविद्यालय और किंग्स कॉलेज के प्रोफेसर स्टीफन स्नोबेलन ने बताया कि न्यूटन ने बीयर वाली स्याही से कई महत्वपूर्ण लेख लिखे थे। स्टीफन स्नोबेलन ने लगभग दो साल तक बीयर वाली का अध्ययन किया था।
17 वी शताब्दी की है स्याही
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूटन की दो बची हुई स्याही इस बात का प्रमाण है कि वे बीयर का इस्तेमाल करते थे। जब वे कैम्ब्रिज में थे तब इस स्याही का इस्तेमाल करते थे। न्यूटन ने बताया कि उनकी बीयर आधारित स्याही "कई वर्षों तक टिकी रहेगी" और शायद यही कारण है कि उनका काम अभी भी ऐसा लगता है जैसे कि अभी-अभी लिखा गया हो।
बीयर का सेवन भी करते थे न्यूटन
हालांकि न्यूटन बीयर का सेवन करते थे या नहीं इस बात का कोई ठोस प्रमाण तो नहीं है। लेकिन लैब असिस्टेंट हम्फ्रे न्यूटन ने बताया कि वे भोजन करते समय बीयर और शराब का सेवन करते किया करते थे।