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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। FITE ने एक लेटर शेयर किया है, जिसमें सौरभ मोरे ने बताया है कि एक कर्मचारी 29 जुलाई को फिर से काम पर आया था, लेकिन उसकी कंपनी की आईडी अभी भी बंद थी और उसे वेतन नहीं मिला था। अगले दिन, 30 जुलाई को हुई एक बैठक में HR विभाग ने कहा कि वेतन 31 जुलाई तक दिया जाएगा, लेकिन 31 तारीख तक भी वेतन नहीं मिला। कर्मचारी ने HR को बताया कि उसके पास पैसे नहीं हैं और वह फुटपाथ पर सोने को मजबूर है। लेकिन फिर भी HR की तरफ से कोई मदद या जवाब नहीं आया।
#TCS pune employee protest outside TCS office in #hinjawadi
— Forum For IT Employees - FITE (@FITEMaharashtra) August 3, 2025
Summary of the Letter (by Saurabh More):
The employee reported back to the TCS Sahyadri Park, Pune office on 29th July 2025, but his ID is still inactive in TCS systems and he has not received his salary. In a meeting… pic.twitter.com/QQqK6v1jPS
सोशल मीडिया पर वायरल हुई खबर
जब यह खबर सोशल मीडिया पर आई, तो लोगों ने टीसीएस की काफी आलोचना की। इसके बाद कंपनी ने बयान दिया कि यह मामला अनधिकृत अनुपस्थिति का है, यानी कर्मचारी बिना बताए ऑफिस से दूर था। इसलिए कंपनी ने नियम के अनुसार उस समय का वेतन रोक दिया था। टीसीएस ने कहा कि अब कर्मचारी वापस आ गया है और उसने फिर से नौकरी पर लौटने के लिए आवेदन किया है। कंपनी ने उसे फिलहाल घर दिया है और उसकी मदद कर रही है।
12 हजार कर्मचारी निकालेगी टीसीएस
यह मामला ऐसे वक्त पर सामने आया है, जब टीसीएस ने हाल ही में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। यह कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 2% है। इस वजह से कर्मचारियों में डर और चिंता बढ़ गई है। यह घटना बताती है कि काम पर कर्मचारियों के साथ बेहतर बातचीत और समय पर मदद बहुत जरूरी है। कंपनियों को चाहिए कि वे अपने कर्मचारियों का ख्याल रखें, खासकर जब वे मुश्किल हालात में हों, ताकि इस तरह की समस्याएं न हों।