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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
एंटी करप्शन की बरेली इकाई ने चकबंदी लेखपाल महावीर सिंह को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में टीम ने कोतवाली में लेखपाल और सहायक चकबंदी अधिकारी भूरे सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
बरेली के कस्बा फरीदपुर में रहने वाले टंडन बाबू ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि उनकी मां कलावती की मृत्यु के बाद गांव गजनेरा में कृषि भूमि को उनके और उनके भाइयों के नाम दर्ज कराने के एवज में चकबंदी लेखपाल महावीर सिंह और सहायक चकबंदी अधिकारी भूरे सिंह ने उनसे 25 हजार रुपये घूस मांगी थी।
शिकायत के बाद एंटी करप्शन की ट्रैप टीम का गठन किया गया। शुक्रवार दोपहर करीब 11 बजे ट्रैप टीम प्रभारी बब्बन खान ने जाल बिछाकर महावीर सिंह निवासी गांव जसरथपुर, थाना बिलारी, मुरादाबाद को सहायक चकबंदी अधिकारी तृतीय कार्यालय गेट के पास रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। मामले में ट्रैप टीम प्रभारी की ओर से बरेली कोतवाली में लेखपाल महावीर सिंह और सहायक चकबंदी अधिकारी भूरे सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
रिश्वत न देने पर दर्ज नहीं कर रहे थे वारिसान
शिकायतकर्ता के मुताबिक लेखपाल और सहायक चकबंदी अधिकारी उनकी मां की मृत्यु के बाद वारिसान उनके नाम दर्ज करने के एवज में 25 हजार रुपये घूस मांग रहे थे। घूस न देने पर वारिसान दर्ज नहीं कर रहे थे। पीड़ित ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन से की तो ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम के बिछाए जाल के मुताबिक जैसे ही शिकायतकर्ता ने केमिकल लगे नोट चकबंदी लेखपाल को दिए टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद उसके हाथ पानी में डलवाए गए तो रंग छूटने लगा। इसके बाद टीम ने लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया।
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