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बरेली। बिहार के छपरा में शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक संवर्धन जैसे क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देने पर देश भर के 30 युवाओं को राष्ट्रीय प्रेरणा दूत पुरस्कार से सम्मानित किया गया, इनमें बरेली के अब्दुल्लापुर गांव निवासी अशरफ अली और कुम्हरा निवासी आलोक पटेल को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन भिखारी ठाकुर प्रेक्षागृह में किया गया।
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समाजसेवी ई ललित कुमार सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बिहार के पूर्व श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में स्वामी अतिदेवानंद महाराज, आईएएस रितेश कुमार जो वर्तमान में अमेठी उत्तर प्रदेश में एसडीएम के पद पर सेवाएं दे रहे हैं, समाजसेवी ई ललित कुमार सिंह एवं मोहित शर्मा उपस्थित रहे।
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बिहार के छपरा में 30 युवाओं को मिला सम्मान
देशभर से आए 30 युवाओं को उनके असाधारण कार्यों और समाज में योगदान के लिए चांदी के मेडल व प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। यह आयोजन भारतीय संस्कृति, एकता और युवा शक्ति का उत्सव बन गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष मंटू कुमार यादव ने की।
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सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई समारोह की शुरुआत
समारोह की शुरुआत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई, जिसने भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की झलक प्रस्तुत की। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण राष्ट्रीय प्रेरणा दूत पुरस्कार रहा, जो उन 30 युवाओं को दिया गया जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य करके समाज में बदलाव की मिसाल कायम की है।
इन युवाओं ने शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक न्याय, और सांस्कृतिक संवर्धन जैसे क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है। यह आयोजन न केवल उन 30 युवाओं के लिए महत्वपूर्ण था, जिन्हें सम्मानित किया गया, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, जो भविष्य में अपने प्रयासों से समाज में बदलाव लाना चाहते हैं।