Advertisment

दुकानों को ध्वस्त करने के नोटिस पर आपत्ति जताने गए व्यापारियों को बीडीए वीसी ने बाहर निकाला

आईवीआरआई के सामने की दुकानों को ध्वस्त करने के नोटिस पर आपत्ति जताने बीडीए के नए ऑफिस गए व्यापारियों को संख्या बल अधिक होने पर बीडीए वीसी ने ऑफिस से बाहर निकाल दिया।

author-image
Sudhakar Shukla
bda bareilly dharna

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार की गुलजार मार्केट को ध्वस्त करने के नोटिस पर बीडीए वीसी से आपत्ति जताने गए व्यापारियों की हॉट टॉक हो गई। बीडीए वीसी ने व्यापारियों को ऑफिस से बाहर निकाल दिया। इसके बाद बीडीए ऑफिस के बाहर व्यापारी धरने पर बैठ गए। वीसी को जब धरने पर बैठने की बात पता चली तो उन्होंने व्यापारियों को फिर से ऑफिस बुलाकर उनसे बातचीत की। मगर, बात नहीं बनी तो बीडीए वीसी ने पुलिस बुला ली। उसके बाद व्यापारी वापस लौट गए। 

आईवीआरआई के सामने गुलजार मार्केट है। इस मार्केट की छह दुकानें भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार ने साढ़े छह करोड़ रुपए में खरीद लीं। मगर, इस बिल्डिंग का मानचित्र प्राधिकरण से स्वीकृत नहीं है। कुछ दिन पहले बीडीए ने बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया था। उसी नोटिस पर आपत्ति जताने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के व्यापारी महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना के नेतृत्व में वीसी से मिलने रामगंगा नगर स्थित बीडीए के नए ऑफिस में पूर्वान्ह 11:00 बजे पहुंचे। 

जानिए, किस बात पर हुए विवाद 

Advertisment

यहां पर बीडीए उपाध्यक्ष माणिकनंदन ए ने व्यापारियों से कहा कि केवल दो व्यापारी ही उनके कार्यालय में आकर बात करेंगे। बीडीए वीसी की इस बात पर व्यापारी बिफर गए। व्यापारियों ने कहा कि बड़ी संख्या में व्यापारी ध्वतीकरण के नोटिस से परेशान हैं। जिनकी दुकानों के ध्वस्तीकरण का आदेश प्राधिकरण ने दिया है। कम से कम उन व्यापारियों को अंदर आने दिया जाए। अन्यथा बीडीए वीसी अपने ऑफिस के बाहर आकर व्यापारियों की समस्या  सुने। इसी बात पर बीडीए वीसी और व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ गया। बीडीए वीसी भी जिद पर आ गए और उन्होंने व्यापारियों से मिलने से मना कर दिया।

बीडीए ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे व्यापारी 

बीडीए वीसी की इस बात पर व्यापारी उनके कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद वीसी ने सब व्यापारियों को अपने आफिस के अंदर बुला लिया। उसके बाद उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने वीसी के सामने व्यापारियों का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की दुकानों का मानचित्र बीडीए से स्वीकृत है। व्यापारी पिछले 30 वर्षों से दुकानों पर काम कर रहे हैं। तो बीडीए उनकी दुकानों के ध्वस्थिकरण का आदेश कैसे दे सकता है। इस बार बीडीए वीसी बिफिर गए और व्यापारियों से उनकी हॉट टॉक हो गई। वीसी ने कहा कि यह व्यापारी पहले भी उनके पास आ चुके हैं। महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने कहा कि पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं है। इसलिए व्यापार मंडल अपने व्यापारियों की समस्या को लेकर आपके पास आया है। वीसी ने अपने कर्मचारियों से व्यापारियों को आफिस के बाहर निकलने का आदेश दे दिया। व्यापारी ऑफिस के बाहर आकर धरने पर बैठ गए।

Advertisment

भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार ने खरीदा मार्केट  

व्यापारियों से विवाद के बाद बीडीए वीसी ने पुलिस बुला ली। पुलिस के आते ही व्यापारी बीडीए के ऑफिस प्रांगण से बाहर निकल गए और पूरे प्रकरण की जानकारी मेयर उमेश गौतम को दी। कुछ देर के बाद व्यापार मंडल के अन्य गुट भी वहां पर आ गए तो वीसी ने व्यापारियों को अंदर बुलाकर पूरे प्रकरण को समझा। व्यापारियों ने बताया कि उनका यह मार्केट भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार ने खरीद लिया है। वह व्यापारियों से दुकान खाली कराना चाहते हैं। इसीलिए यह सब हो रहा है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार ने अपनी तीन दुकानें तोड़कर उनके सामने चार-चार फीट की दीवार खड़ी कर ली, ताकि वहां पर नया निर्माण लगे। उसके बाद नए निर्माण को ध्वस्त करने का आदेश बीडीए से पारित करा लिया। बीडीए ने उन दुकानों की आड़ में पुरानी दुकानों का मानचित्र के ध्वस्तीकरण का आदेश भी जारी कर दिया। इसके बाद व्यापारियों का धरना खत्म हो गया। धरना करने वाले व्यापारियों में अमरजीत सिंह बक्शी, मनोज अरोड़ा, दानिश जमाल, कपिल श्रीवास्तव, राम आश्रय भारती, संजीव कुमार यादव, पंकज अग्रवाल, मोहम्मद हनीफ, किरण बोरा, हरिशंकर, जुनैद अली खान, राजा सेठ शामिल थे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री के सामने लोकसभा का टिकट मांग चुके हैं हरीशंकर गंगवार 

Advertisment

भाजपा नेता हरीशंकर गंगवार काफी समय से राजनीति में सक्रिय है। उनका भोजीपुरा में स्कूल भी है। उनके भाजपा और आरएसएस के कुछ बड़े नेताओं से भी संबंध हैं। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में वह तत्कालीन सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के मुकाबले भाजपा से लोकसभा का टिकट भी मांग चुके हैं। सूत्रों के अनुसार उस समय हरीशंकर गंगवार ने भाजपा से लोकसभा का टिकट पाने के लिए दिल्ली और लखनऊ के कई चक्कर लगाए थे। क्योंकि संतोष गंगवार का टिकट कटने की चर्चा उस समय राजनीतिक हलकों में जोर-शोर से थी। हालांकि उस समय लोकसभा का टिकट हरीशंकर गंगवार को नहीं मिली। उनकी जगह छत्रपाल गंगवार को मिला, जो वर्तमान में बरेली से लोकसभा सांसद हैं। 

आईवीआरआई के सामने गुलजार मार्केट की बिल्डिंग हमने तीन साल पहले साढ़े छह करोड़ में खरीदी थी। मेरा प्रयास था कि बीडीए से नक्शा स्वीकृत हो जाए। नक्शा स्वीकृत नहीं हो पाया तो कंपाउंडिंग की बात की। मगर, उसमें बीडीए ने तीन करोड़ रुपए जमा कराने के लिए कहा। हम इतने रुपए जमा नहीं कर पाए। इसलिए ध्वस्तीकरण का आदेश पारित हो गया।

हरिशंकर गंगवार, भाजपा नेता

यह भी पढ़ें-एशियन योगासन चैंपियनशिप में रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्रवीण पाठक ने जीता स्वर्ण पदक

BDA
Advertisment
Advertisment