/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/24/KCQDklGJOwcsIKTm0CB6.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली शहर में चौपुला पुल के नीचे वीरान पड़ी रेलवे लाइन के पास गुरुवार दोपहर दो युवकों के शव पड़े होने की सूचना मिलने पर सनसनी फैल गई। घटनास्थल से बरामद वस्तुओं के आधार पर पुलिस हादसा और हत्या दोनों बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है। मगर मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगी। हालांकि मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इस घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी इंस्पेक्टर परवेज आलम पुलिस बल के साथ मौका मुआयना किया।
जीआरपी इंस्पेक्टर परवेज आलम ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे चौपुला ओवरब्रिज के नीचे बंद पड़ी रेलवे लाइन के किनारे दो युवकों के शव पड़े होने की सूचना मिली। उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर देखा तो एक युवक की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी, जबकि दूसरा घायल अवस्था में पड़ा था। उसे तुरंत उठाकर जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी भी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर शराब की खाली बोतलें, कुछ नशीली गोलियां और सिगरेट के खाली पैकेट पड़े मिले। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि दोनों युवक नशे की हालत में थे, और अधिक सेवन करने से उनकी मौत हो गई। हालांकि यह भी आशंका है कि किसी ने उन्हें नशे की हालत में जानबूझकर जहरीला पदार्थ खिला दिया हो। फिलहाल पुलिस ने मामला संदिग्ध मौत के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतकों की पहचान होने के बाद परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक शवों की शिनाख्त के लिए आसपास के थानों से संपर्क किया जा रहा है, और गुमशुदगी दर्ज कराने वालों से भी पूछताछ की जा रही है। दोनों शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकेगा कि मौत का कारण क्या था, नशे की ओवरडोज, कोई जहरीला पदार्थ, या फिर कोई आंतरिक चोट आई है। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
यह भी पढ़ें-24 अप्रैल से 10 मई तक चलेगा गलाघोंटू और टिटनेस के खिलाफ टीकाकरण अभियान