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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली। बरेली के थाना बिथरी चैनपुर के हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर की हत्या करने के दोनों आरोपियों को मंगलवार सुबह पुलिस ने बेनीपुर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास हत्या में प्रयुक्त नल का हत्था और बांका भी बरामद हुआ। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया।
थाना बिथरी चैनपुर के प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि मंगलवार सुबह मगनापुर गांव निवासी हत्यारोपी ख्यालीराम और प्रेमशंकर उर्फ नेशू के बेनीपुर पुलिया के पास मौजूद होने की सूचना मिली। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। थाने में पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में उन्हें जेल भेज दिया गया।
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दोनों पक्षों के बीच 12 साल से चल रही रंजिश
वर्ष 2008 में थाना बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के मगनापुर निवासी चौकीदार पन्नालाल का पुत्र ख्यालीराम उसी गांव के मुरारी की पत्नी को भगा ले गया था। तभी मुरारी ने ख्यालीराम के विरूद्ध दुष्कर्म का मुकदमा लिखाया था, जो कोर्ट में विचाराधीन है। ख्यालीराम के जमानत पर जेल से आने के बाद मुरारी की पत्नी दोबारा ख्यालीराम के साथ चली गई। इसी रंजिश में मुरारी, उसके भाई धर्मवीर, अन्ना पुत्र जमुना प्रसाद और उनके साथी हरविन्द पुत्र जगदीश ने मिलकर ख्यालीराम के पिता पन्नालाल की हत्या कर दी थी। इस मामले में मुरारी, धर्मवीर, अन्ना, हरविन्द जेल गये थे। इसके बाद वे अपराध की दुनिया में शामिल हो गए। वर्ष 2009 में उनके खिलाफ थाना बिथरी चैनपुर में गैस्टर एक्ट का मुकदमा लिखा गया था।
होली से एक दिन पहले 13 मार्च को दिया था वारदात को अंजाम
होली से एक दिन पहले 13 मार्च को धर्मवीर जेल से छूटकर आया था। तभी उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अभियुक्त ख्यालीराम के घर जाकर गाली गलौज की। तभी मारपीट के दौरान हैंडपम्प के हत्थे और लाठी-डंडे से पीटकर धर्मवीर की हत्या कर दी गयी। उसके भाई नेमचन्द को भी चोटें आई थीं। नेमचन्द ने ख्यालीराम पुत्र पन्नालाल और प्रेमशंकर उर्फ नेशू पुत्र रामसहाय निवासी मगनापुर थाना बिथरी चैनपुर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।