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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
रमज़ान के पवित्र महीने का समय बीत चुका है और अब इत्तेक़ाफ़ की रातों में इबादत का दौर जारी है। मस्जिदों, इबादतगाहों और घरों में नमाजी अल्लाह से दुआएं मांग रहे हैं। रमज़ान की बरकत, मग़फ़िरत और जहन्नम से निजात के लिए विशेष दुआएं की जा रही हैं। इसी कड़ी में लीचीबाग कॉलोनी की मस्जिद फैज़ाने मदीना में 24 रमज़ान को कुरआन मुकम्मल होने का जश्न मनाया गया। इस अवसर पर मस्जिद के इमाम हाफिज मोहम्मद यूनुस रज़ा बहेड़वी ने तरावीह की नमाज़ अदा कराई और कुरआन शरीफ सुनाया।
इमाम को तोहफे में मिली मोटरबाइक
मस्जिद कमेटी और स्थानीय लोगों की ओर से इमाम हाफिज मोहम्मद यूनुस रज़ा बहेड़वी को तोहफे के तौर पर एक मोटरबाइक भेंट की गई। मस्जिद के सदर अब्दुल खालिद और मुतवल्ली अकरम खान ने बताया कि इमाम साहब को मदरसा जामिया नूरिया रजविया आने-जाने में कठिनाई हो रही थी, इसलिए उन्हें यह उपहार दिया गया। मोटरसाइकिल मिलने पर इमाम साहब ने खुशी जाहिर की।
महंगाई को देखते हुए इमामों की तनख्वाह बढ़ाने की मांग
समाजसेवी पम्मी खां वारसी ने कहा कि वर्तमान महंगाई को देखते हुए मस्जिदों के इमामों की तनख्वाह में वृद्धि की जानी चाहिए। उन्होंने मस्जिद कमेटियों से इस विषय पर विचार करने की अपील की।
जलसे में दुआएं और इस्तकबाल
कार्यक्रम में शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम और मौलाना नासिर ने रमज़ान की फज़ीलत पर रोशनी डाली और देश व समाज की खुशहाली के लिए दुआ मांगी। इस मौके पर नमाजियों का फूलों की मालाओं से स्वागत किया गया और तबर्रुक वितरित किया गया।
इस मौके पर अब्दुल खालिद, अकरम खां, समाजसेवी पम्मी खां वारसी, मुस्तकीम खान, मोइनुद्दीन खान, इस्माईल हुसैन, आकिब मिर्जा, शुऐब खान, मोहम्मद अय्यूब, शकील खान, शानू खान, दानिश खान, शमीम अहमद, मोहम्मद वसीम मंसूरी सहित बड़ी संख्या में नमाजी और शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।